Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

Sandeshkhali case: ममता सरकार को सुप्रीम कोर्ट से राहत, मुख्‍य सचिव और DGP को जारी नोटिस पर लगाई रोक

भाजपा सांसद ‍सुकांत मजूमदार की शिकायत पर लोकसभा सचिवालय की विशेषाधिकार समिति ने जारी किया था नोटिस

हमें फॉलो करें Sandeshkhali case: ममता सरकार को सुप्रीम कोर्ट से राहत, मुख्‍य सचिव और DGP को जारी नोटिस पर लगाई रोक

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, सोमवार, 19 फ़रवरी 2024 (12:21 IST)
Relief to Mamta government from Supreme Court: पश्चिम बंगाल की ममता सरकार को फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने राहत दे दी है। उच्चतम न्यायालय ने भाजपा के सांसद सुकांत मजूमदार (BJP MP Sukant Majumdar) की 'कदाचार' संबंधी शिकायत पर लोकसभा सचिवालय की विशेषाधिकार समिति द्वारा पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और अन्य के खिलाफ जारी नोटिस पर सोमवार को रोक लगा दी।
 
पिछले सप्ताह पश्चिम बंगाल के हिंसा प्रभावित संदेशखाली जाने से रोकने पर भाजपा कार्यकर्ताओं की पुलिसकर्मियों से झड़प हो गई थी, जिसमें मजूमदार को चोटें आईं थीं।
 
चीफ जस्टिस की पीठ ने लगाई रोक : भारत के प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला व न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने पश्चिम बंगाल के अधिकारियों की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल और अभिषेक सिंघवी की दलीलों पर संज्ञान लेते हुए सोमवार को पूर्वाह्न 10.30 बजे उनकी (अधिकारियों की) उपस्थिति के लिए जारी नोटिस पर रोक लगा दी।
 
लोकसभा सचिवालय की ओर से पेश अधिवक्ता ने शीर्ष अदालत द्वारा रोक लगाने के फैसले का विरोध करते हुए कहा कि यह विशेषाधिकार समिति की पहली बैठक है। अधिवक्ता ने कहा कि उन पर कोई आरोप नहीं लगाया जा रहा। यह एक नियमित प्रक्रिया है। एक बार जब कोई सांसद नोटिस भेजता है और अध्यक्ष को लगता है कि मामले पर गौर करने लायक कुछ है तो नोटिस जारी किया जाता है।
webdunia
अदालत ने 4 सप्ताह में जवाब मांगा : पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव भगवती प्रसाद गोपालिका और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार को लोकसभा सचिवालय ने सोमवार को पेश होने के लिए नोटिस जारी किया था। पीठ ने लोकसभा सचिवालय व अन्य को नोटिस जारी करते हुए 4 सप्ताह के भीतर जवाब मांगा और इस बीच निचले सदन की समिति की कार्यवाही पर रोक लगा दी।
 
सांसद सुकांत मजूमदार और अन्य को पिछले सप्ताह संदेशखाली में प्रवेश करने से रोक दिया गया था। संदेशखाली इलाके में बड़ी संख्या में महिलाओं द्वारा तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर जबरदस्ती जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाए जाने से तनाव व्याप्त है। (भाषा/वेबदुनिया)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

सपा से नाराज स्वामी प्रसाद मौर्य ने बनाई नई पार्टी, पार्टी का ये नाम रखा