नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस के अवसर पर कर्तव्यपथ पर देश की आन-बान-शान का शानदार नजारा देखा गया जहां भारत की अनूठी एकता में पिरोई विविधताओं वाली विरासत, नारी शक्ति एवं आधुनिक युग की उसकी उपलब्धियां, भविष्य के भारत का खाका और देश की रक्षा करने की फौज की क्षमता का प्रदर्शन हुआ।
गणतंत्र दिवस पर परेड में 17 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों तथा मंत्रालयों एवं विभागों की 23 झांकियों का प्रदर्शन किया गया है। इनमें उत्तर प्रदेश, केरल, आंध्र प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, असम के अलावा जम्मू कश्मीर, लद्दाख आदि की झांकियां शामिल थीं।
उत्तर प्रदेश की झांकी में भगवान राम और देवी सीता के वनवास से लौटने पर अयोध्या के लोगों द्वारा उनका स्वागत करते हुए दिखाया गया। साथ ही इस शहर में दीपोत्सव समारोह के आयोजन की झलक भी झांकी में प्रस्तुत की गई। झांकी के किनारे वाले हिस्से में अयोध्या में सरयू नदी के तट पर 'राम की पैड़ी' को दर्शाया गया है और एक बड़ा दीपोत्सव द्वार बनाया गया है। इसमें महर्षि वशिष्ठ की एक प्रतिमा भी है।
गुजरात की झांकी में सौर ऊर्जा से संचालित मोढेरा गांव, कच्छी कढ़ाई और परंपरागत भूंगा का प्रदर्शन किया गया। झांकी में गरबा परिधान पहले कलाकारों को प्रस्तुति देते देखा गया। झांकी के अगले हिस्से में कच्छी परिधान पहने एक महिला की प्रतिकृति को दिखाया गया जिसके एक हाथ में सूर्य और दूसरे हाथ में कागज की बनी पवनचक्की का स्वरूप था। यह झांकी सौर और पवन ऊर्जा को प्रस्तुत कर रही थी।
देश के 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर कर्तव्य पथ पर आयोजित समारोह में जम्मू एवं कश्मीर की झांकी में 'नया जम्मू एवं कश्मीर' के बनने और प्राचीन अमरनाथ गुफा मंदिर आकर्षण के मुख्य विषय थे। इस झांकी में पीछे की तरफ गुलमर्ग के एक रिसॉर्ट में एक आदमी को स्कीइंग करते हुए दिखाया गया जबकि किनारों की तरफ पर ट्यूलिप के पौधे दिखाए गए। दोनों ही घाटी के मुख्य आकर्षण हैं।
स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (NCB) ने इस बार यहां गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार अपनी झांकी को प्रस्तुत किया, जिसमें नशा मुक्त भारत के संदेश को रेखांकित किया गया। कर्तव्य पथ पर निकली एनसीबी की झांकी में उसके कुछ कर्मी शामिल थे। भारत में मादक पदार्थ रोधी कार्रवाई करने वाली एनसीबी केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन काम करती है।