मूषक के पहले सांसद सदस्य बने साक्षी महाराज

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उन्नाव के सांसद डॉ. स्वामी साक्षी महाराज भारत के अपने सोशल नेटवर्क से जुड़ने वाले पहले सांसद बन गए हैं। इंटरनेट को सही मायने तो लोकतांत्रिक बनाने की क्षमता रखने वाले मूषक को वो अपनी भाषा में सीधे जनता की आवाज़ सुनने के लिए करेंगे।
 
पुणे की उपज मूषक ने 2015 मे एक प्रयास किया था ट्विटर का विकल्प बनने का जो फलीभूत नहीं हो पाया। संस्थापक अनुराग गौड़ ने नए सिरे से इसे 2 जुलाई को प्रस्तुत किया और एक महीने में इसकी प्रगति देखने लायक है।

स्वामी रामदेव से लेकर कई विख्यात पत्रकार इस पर अब अपने प्रशंसकों से जुड़ रहे हैं और इसके दैनिक उपयोगकर्ता कुछ हजार पर पहुंच चुके हैं।
 
अनुराग के अनुसार, अभी वो कुछ गंभीर लेखकों को ही मूषक पर लाना चाह रहे हैं ताकि इस स्वदेशी विकल्प पर शुरू से ही गंभीर चर्चा हो सके।

यहां शब्द सीमा 500 अक्षर है और आपको खाता बनाने के लिए OTP की आवश्यकता होगी, ताकि ट्रोलिंग की समस्या को नियंत्रण में रखा जा सके।
 
अन्य कई फीचर से लैस मूषक भारत की सभी भाषाओं में उपलब्ध होगा और डिजिटल भारत में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने का सपना रखता है। अनुराग गौड़ का मानना है कि ट्विटर जैसी वेबसाइट अंग्रेजी को ज्यादा महत्व देती हैं और उनकी पहुंच बहुत ही सीमित है।

मूषक सही मायने में इस चर्चा को लोकतांत्रिक बनाएगा और असली भारत की आवाज बन भारतीय मुद्दों को प्रभावित करने की क्षमता छोटे से छोटे गांव में रह रहे नागरिक तक पहुंचाएगा।  
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