नई दिल्ली। देश के 7 प्रमुख शहरों में पहली छमाही के दौरान 1.50 करोड़ रुपए से अधिक की कीमत वाले घरों या फ्लैटों की बिक्री बढ़कर 25,680 इकाई पर पहुंच गई। संपत्ति सलाहकार एनारॉक के अनुसार महंगे फ्लैटों की बिक्री का आंकड़ा पिछले 3 सालों की सालाना बिक्री से अधिक है। कोविड महामारी से प्रभावित वर्ष 2020 में महंगे फ्लैटों की बिक्री घटकर 8,470 इकाई रह गई थी, जो वर्ष 2019 में 17,740 इकाई की थी।
इस साल की पहली छमाही में मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) का महंगे फ्लैटों की कुल बिक्री में 50 प्रतिशत से अधिक का योगदान रहा। एनारॉक ने कहा कि लक्जरी या महंगे आवास खंड ने इस साल अच्छा प्रदर्शन किया है और डेवलपर्स द्वारा दी गई छूट और प्रवासी भारतीयों (एनआरआई) की मांग से बिक्री बढ़ी है।
आंकड़ों के अनुसार मौजूदा वर्ष की पहली छमाही में महंगे फ्लैटों की बिक्री 25,680 इकाई थी। यह संख्या पूरे 2021 में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (दिल्ली-एनसीआर), एमएमआर, बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद, चेन्नई और कोलकाता जैसे 7 प्रमुख शहरों में बेची गई 21,700 इकाइयों से अधिक है। वहीं कोविड-19 महामारी से प्रभावित वर्ष 2020 में महंगे फ्लैटों की बिक्री घटकर 8,470 इकाई रह गई थी, जो वर्ष 2019 में 17,740 इकाई की थी।
आंकड़ों से पता चलता है कि 2022 के पहले 6 महीनों के दौरान 7 शहरों में 1.84 लाख इकाइयों की कुल बिक्री में लक्जरी घरों की हिस्सेदारी बढ़कर 14 प्रतिशत हो गई। यह वर्ष 2019 में केवल 7 प्रतिशत थी। एनारॉक ने कहा है कि वर्ष 2022 में आवासीय बिक्री महामारी-पूर्व के स्तर के पार पहुंच जाएगी।(भाषा)