शशि थरूर ने किया गोरों का गुरूर चूर-चूर, ब्रिटिश एम्पायर की वाहवाही में लगे विद्वानों की हुई बोलती बंद

Webdunia
मंगलवार, 18 जनवरी 2022 (14:08 IST)
शशि‍ थरूर भले ही भारत में विपक्ष की पार्टी के नेता हो, लेकिन जब जब बात भारत के योगदान की आती है तो वे ब्रि‍टि‍श लोगों को जवाब देने में पीछे नहीं हटते हैं।

हाल ही में उनका एक वीडि‍यो ट्व‍िटर पर वायरल हो रहा है, जिसमें न्‍यूज एंकर को जवाब देते हुए उन्‍होंने गोरों के गूरूर को चकना चूर कर दिया।

एक तरफ जहां लोग ब्रि‍टि‍श एंपायर की वाहवाही में लगे हैं ऐसे में शशि‍ थरूर का यह वीडि‍यो उनकी बोलती बंद करने वाला साबित हो रहा है।

एंकर ने जब पूछा कि भारत एक बड़ा एक्‍सपोर्टर रहा है, तो उन्‍होंने कहा कि हमारा देश भारत लीडिंग एक्‍सपोर्टर रहा है। बल्‍क‍ि देश के छोटे छोटे हिस्‍से भी कई तरह के उत्‍पादों में आगे रहे हैं।

बल्‍क‍ि‍ फ्री ट्रेड के नाम पर ब्र‍िटि‍श भारत आए और उन्‍होंने तरह तरह के प्रतिबंध लगाए, कई तरह के टेक्‍स लगाए, बल्‍कि थोप दिए गए। इससे भारत के लोगों का काम करना मुश्‍किल हो गया था।

शशि‍ थरूर ने कहा, अपने फायदे के लिए अंग्रेजों ने अपने हिसाब से टैक्‍स घटाया और और अपने फायदे के लिए टैक्‍स बढ़ाया, इसे फ्री ट्रेड नहीं कहा जा सकता।   

टेक्‍सटाइल्‍स की बात हो या किसी दूसरे उत्‍पाद की बात हो भारत ने और इसके शहरों ने बहुत योगदान दिया है।
बता दें कि यह पहली बार नहीं है, जब शशि‍ थरूर ने अंग्रेजों को अपने तर्कों से धोया है, ऐसा पहले भी कई बार हो चुका है, जब थरूर ने ऐसी डि‍बेट और न्‍यूज चैनल्‍स में जवाब देकर लोगों की बोलती बंद की है। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख