स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के खाताधारक शनिवार को इसलिए सकते में आ गए क्योंकि उनके खाते से 147 रुपए से लेकर 500 रुपए कट गए।
चूंकि चौथा शनिवार होने के कारण बैंक की छुट्टी भी है, इसलिए ज्यादातर लोग यह राशि कटने की असली वजह भी नहीं जान पाए। वहीं कुछ लोगों को राशि कटने के मैसेज के साथ यह भी लिखा आ गया कि यह राशि डेबिट कार्ड की वार्षिक फीस के रूप में काटी गई है।
...और अफवाह भी : खाताधारकों के पास इस तरह के मैसेज के बाद अफवाहों का दौर भी शुरू हो गया। सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल हो गया कि एसबीआई ने चुपके से लोगों के खाते से 147 रुपए काट लिए हैं। कहीं वसूली तो शुरू नहीं हो गई।
दरअसल, इस राशि को पीएनबी घोटाले से जोड़ने की कोशिश की जा रही है। साथ लोगों में यह संदेश देने की कोशिश भी की जा रही है कि नीरव मोदी घोटाले की रकम की वसूली आम आदमी से सरकार ने शुरू कर दी है।
हकीकत तो यह है : एसबीआई के एक कर्मचारी ने बताया कि बैंक ने यह राशि डेबिट कार्ड के वार्षिक शुल्क के रूप में काटी है। यह राशि 147 रुपए से लेकर 500 रुपए है। गौरतलब है कि बैंक क्लासिक, सिल्वर, ग्लोबल, युवा, गोल्ड, प्लेटिनम, प्लेटिनम बिजनेस कार्ड अपने उपभोक्ताओं को उपलब्ध करवाती है, जिनका शुल्क भी अलग-अलग है।