नई दिल्ली। ऑड-ईवन के दूसरे दिन मंगलवार को दिल्ली में ऑड नंबर की गाड़ियां चल रही है। ऑड-ईवन लागू होने के बाद पहले दिन सड़कों पर वाहनों की संख्या कम दिखाई दी। इससे लोगों को प्रदूषण से कुछ हद तक राहत मिली। बहरहाल, वायु प्रदूषण की मार झेल रहे दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में आज भी AQI खतरनाक स्तर पर दिखाई दे रहा है।
इस बीच राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) ने दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण पर संज्ञान लेते हुए दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी, चेयरमैन, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सीपीसीबी के सदस्य सचिव, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति डीपीसीसी अध्यक्ष और पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के अधिकारियों को नोटिस जारी किया है।
हालांकि सोमवार को लोगों को प्रदूषण से कुछ हद तक राहत मिली और वायु की गुणवत्ता गंभीर से खराब के स्तर पर आ गई। कई स्थानों पर आज सुबह भी लोगों को धुंध की वजह से गाड़ी चलाने में परेशानी का सामना करना पड़ा।
खतरनाक स्तर के वायु प्रदूषण की गिरफ्त में ‘छटपटाती’ राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार सुबह 8 बजे से सम-विषम योजना लागू हो गई और इस दौरान सड़कों पर वाहनों की संख्या कम देखी गई। नियम का उल्लंघन करने पर 4,000 रुपए के जुर्माने का प्रावधान है। यह योजना 15 नवंबर तक चलेगी।
उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दमघोंटू प्रदूषण के लिए प्राधिकारियों को सोमवार को आड़े हाथ लिया और कहा कि प्रदूषण की अति भयावह स्थिति की वजह से लोगों को मरने के लिए नहीं छोड़ा जा सकता। साथ ही न्यायालय ने पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश को तत्काल पराली जलाने पर रोक लगाने का निर्देश दिया।
न्यायालय ने दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में अगले आदेश तक के लिए हर तरह के निर्माण और उसे गिराने की गतिविधियों और कचरा जलाने पर भी रोक लगा दी।