Operation Sindoor : अमेरिकी मध्‍यस्‍थता पर शरद पवार ने उठाए सवाल, बोले- मोदी सरकार स्पष्ट करे क्यों दी अनुमति

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
सोमवार, 12 मई 2025 (19:54 IST)
India-Pakistan tension : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) नेता और पूर्व रक्षा मंत्री शरद पवार ने सैन्य टकराव की पृष्ठभूमि में भारत और पाकिस्तान से जुड़े मुद्दों पर अमेरिका द्वारा की गई मध्यस्थता पर सोमवार को केंद्र सरकार से स्पष्टीकरण मांगा। कांग्रेस और अन्य पार्टियां पहलगाम आतंकी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद के विभिन्न घटनाक्रमों पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग कर रही हैं, जबकि पवार ने सर्वदलीय बैठक बुलाने का समर्थन किया। पवार ने कहा, यह पहली बार है कि किसी अमेरिकी प्राधिकारी ने हमारे घरेलू मुद्दे के बारे में सार्वजनिक रूप से बात की है, जो अच्छा नहीं है।
 
उनका इशारा भारत-पाक सैन्य टकराव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ‘संघर्ष विराम’ की घोषणा की ओर था। पवार ने कहा कि शिमला संधि भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों के बीच एक विशिष्ट समझौता है, जिसमें कहा गया है कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच के मुद्दों में किसी तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप नहीं होगा।
ALSO READ: India-Pakistan : 'भय बिनु होई ना प्रीति', सुंदरकांड की चौपाई से पाकिस्तान को नसीहत, नहीं माना तो क्या है भारतीय सेना का प्लान
उन्होंने कहा, यह दोनों देशों के प्रधानमंत्री के बीच समझौता है। इस संदर्भ में अमेरिकी मध्यस्थता की आवश्यकता के बारे में सवाल पूछे जा रहे हैं। सरकार को जवाब देना चाहिए। पूर्व रक्षामंत्री ने कहा कि शिमला समझौते में यह बात कही गई है कि दोनों देश आपस में फैसला करेंगे। उन्होंने कहा, हम किसी तीसरे देश को बीच में कैसे आने दे सकते हैं?
 
पवार ने इस बात पर जोर दिया कि वह पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद के घटनाक्रम पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने के खिलाफ नहीं हैं। पूर्व रक्षामंत्री ने कहा, मैं विशेष सत्र के खिलाफ नहीं हूं। लेकिन यह (सैन्य मुद्दा) एक संवेदनशील मामला है और सभी बातों का खुलासा नहीं किया जा सकता। कुछ चीजों को गोपनीय रखने की जरूरत है। मुझे लगता है कि सर्वदलीय बैठक बुलाना बेहतर होगा।
ALSO READ: Indo-Pak : आतंकियों के खिलाफ लड़ाई को पाकिस्तानी सेना ने अपना बना लिया : एयर मार्शल एके भारती
राकांपा (एसपी) नेता से जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आज रात करीब आठ बजे राष्ट्र के नाम संबोधन के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, देखते हैं प्रधानमंत्री क्या कहते हैं। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू होने के बाद मोदी का यह पहला संबोधन होगा। पहलगाम आतंकी हमले में हुई 26 लोगों की मौत का बदला लेने के लिए भारत ने छह मई की आधी रात में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था।
 
भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। पाकिस्तान द्वारा कई भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के प्रयास को विफल कर दिया गया और भारतीय सशस्त्र बलों ने रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहीम यार खान, सुक्कुर और चुनियन समेत पाक के कई सैन्य प्रतिष्ठानों पर भीषण जवाबी हमला किया।
ALSO READ: पाकिस्तान के पाप का घड़ा भर गया है, भारतीय सेना की कड़ी चेतावनी
जब दोनों देश पूर्ण संघर्ष के कगार पर पहुंच गए थे, तब ट्रंप ने शनिवार को घोषणा की कि भारत और पाकिस्तान ‘पूर्ण और तत्काल’ संघर्षविराम पर सहमत हो गए हैं। उन्होंने दावा किया कि यह अमेरिका की मध्यस्थता वाली वार्ता का परिणाम है। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने शनिवार शाम को घोषणा की कि भारत और पाकिस्तान भूमि, वायु और समुद्र में तत्काल प्रभाव से सभी गोलीबारी एवं सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमत हो गए हैं। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Generation Z protests in Nepal : बैंकों में लूटपाट, एयरपोर्ट पर आग, नेपाल में किस दिशा में जा रहा है जनरेशन जेड का प्रदर्शन

सीपी राधाकृष्णन होंगे भारत के उपराष्ट्रपति, सुदर्शन रेड्‍डी को मिली शिकस्त

sudan gurung : नेपाल में बारुद को चिंगारी देने वाले 36 साल के सुदन गुरुंग कौन हैं, क्यों मचवाया कांठमांडू में कोहराम, ओली सरकार की किस बात से थे नाराज

कौन है रैपर, कवि और म्‍युजिशियन बालेंद्र शाह जिन्‍हें प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं नेपाली Gen Z?

Operation Sindoor की सफलता में 400 वैज्ञानिकों ने निभाया रोल, 24 घंटे किया काम, ISRO प्रमुख ने बताया कैसे की मदद

सभी देखें

नवीनतम

Sushila Karki : कौन हैं सुशीला कार्की, जो बन सकती हैं नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री

Yamaha की बाइक्स हुई इतनी सस्ती की यकीन करना मुश्किल

फर्जी खबरों पर लगेगी लगाम, संसदीय समिति ने दिए ये सुझाव

नेपाल में Gen-Z जनरेशन विद्रोह के पीछे की Inside Story?

iPhone 16 vs iPhone 17 : iPhone 17 खरीदें या पुराना iPhone 16 ही आपके लिए बेस्ट, तो दूर करें अपना कन्फ्यूजन

अगला लेख