इन दिनों सोशल मीडिया में बाबा शिवानंद के बारे में जमकर चर्चा हो रही है। बाबा शिवानंद तब सुर्खियों में आए जब पद्म सम्मान के दौरान उन्होंने नंदीवत योग की मुद्रा में पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति कोविंद के सामने प्रणाम किया। उनकी यह विनम्रता देखकर पूरा देश भावुक हो उठा। यहां तक कि पीएम मोदी ने भी उनका जिक्र किया।
आइए जानते हैं कौन हैं 126 साल के बाबा शिवानंद।
बाबा शिवानंद का जन्म 8 अगस्त 1896 को अविभाजित बंगाल के श्रीहट्ट जिले के ग्राम हरिपुर में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। अब यह स्थान बांग्लादेश में है। मीडिया रिपोर्ट कहती है कि बाबा के माता-पिता भिक्षा मांगकर अपना पेट भरते थे।
चार साल की उम्र में माता-पिता ने बेहतर भविष्य के लिए उन्हें नवद्वीप निवासी बाबा ओंकारनंद गोस्वामी को समर्पित कर दिया। शिवानंद 6 साल के थे, तभी उनके माता-पिता और बहन की भूख के चलते निधन हो गया। इसके बाद उन्होंने गुरु के सानिध्य में आध्यात्म की दीक्षा लेनी शुरू की।
क्या है बाबा की सेहत का राज?
अपने जीवन के 126 साल को पार कर चुके बाबा शिवानंद 6 साल की आयु से संयमित दिनचर्या जी रहे हैं। वे बेहद अनुशासित हैं। बाबा सुबह 3 बजे उठ जाते हैं। स्नान- ध्यान के बाद रोजाना एक घंटे योग करते हैं। भोजन में न के बराबर नमक और उबले हुए आलू, दाल का ही सेवन करते हैं। वे फल और दूध का भी सेवन नहीं लेते।
बता दें कि बाबा ने विवाह नहीं किया है। उनके मुताबिक, ईश्वर की कृपा से उनको कोई बीमारी और तनाव नहीं है। बाबा शिवानंद की मानें तो वे कभी स्कूल नहीं गए, जो कुछ सीखा वह अपने गुरु से ही। उन्हें अंग्रेजी का भी ज्ञान है।
उनके आधार कार्ड और पासपोर्ट में उनकी जन्म तिथि 8 अगस्त 1896 दर्ज है। वाराणसी के दुर्गाकुंड इलाके में स्थित आश्रम में शिवानंद बाबा का कमरा तीसरी मंजिल पर है। शिष्यों के मुताबिक वे दिन भर में तीन से चार बार सीढ़ियों से चढ़ते और उतरते हैं।
जीत लिया देश का दिल
राष्ट्रपति भवन में पछले सोमवार को आयोजित समारोह में पद्म सम्मान के लिए अपने नाम की घोषणा सुनने के बाद अपने स्थान से खड़े हुए बाबा शिवानंद ने राष्ट्रपति के पास पहुंचने तक तीन बार नंदीवत योग की मुद्रा में प्रणाम किया, उनकी इस विनम्रता ने सबको भावुक कर दिया। पहले पीएम के सामने दोनों पैर मोड़कर हाथों को आगे कर प्रणाम किया तो पीएम मोदी ने भी झुककर उनका अभिवादन किया।
इसके बाद राष्ट्रपति के सामने पहुंचने पर उन्होंने इसी मुद्रा में प्रणाम किया और पास पहुंचने के बाद फिर झुके तो राष्ट्रपति ने उन्हें आगे बढ़कर सहारा दिया। यह वीडियो वायरल होने के बाद हर कोई बाबा की विनम्रता से अभिभूत है। लोग उनकी और उनकी सेहत के साथ ही उनकी विनम्रता की जमकर तारीफ कर रहे हैं।