शिवराज बैठक से पहले डल्लेवाल से मिले, हाल-चाल पूछे, कहा- सकारात्मक माहौल में हुई चर्चा

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शनिवार, 22 फ़रवरी 2025 (22:02 IST)
Agriculture Minister Shivraj Singh Chauhan News: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कहा कि किसान नेताओं के साथ बैठक सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई और अगले दौर की वार्ता 19 मार्च को चंडीगढ़ में होगी। प्रदर्शनकारी किसानों और चौहान के नेतृत्व वाली केंद्रीय टीम के बीच शनिवार शाम को नए दौर की वार्ता हुई, जिसमें फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के लिए कानूनी गारंटी सहित किसानों की विभिन्न मांगों पर चर्चा की गई। केंद्र की ओर से केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी और पीयूष गोयल भी बैठक में शामिल हुए।
 
अगली बैठक चंडीगढ़ में : चौहान ने बताया कि केन्द्रीय दल ने बैठक के दौरान किसानों के समक्ष किसान कल्याण कार्यक्रम को रखा, जो नरेन्द्र मोदी सरकार की प्राथमिकता है। करीब तीन घंटे तक चली बैठक के बाद मंत्री ने कहा कि हमने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंधेर के विचार सुने। बहुत अच्छी चर्चा हुई। चर्चा जारी रहेगी और अगली बैठक 19 मार्च को चंडीगढ़ में होगी। ALSO READ: एयर इंडिया ने मंत्री शिवराज सिंह चौहान को टूटी सीट पर बैठाया, फूटा पूर्व CM का गुस्सा
 
चौहान ने हालांकि मीडिया के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। इससे पहले चौहान और जोशी शाम छह बजकर पांच मिनट पर 28 सदस्यीय किसान प्रतिनिधिमंडल से मिलने के लिए बैठक स्थल महात्मा गांधी लोक प्रशासन संस्थान पहुंचे। बैठक में पंजाब के कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा, गुरमीत सिंह खुड्डियां और लाल चंद कटारूचक भी मौजूद थे। जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंढेर समेत किसानों का प्रतिनिधिमंडल पहले ही बैठक स्थल पर पहुंच गया था। ALSO READ: इस साल देश में होगी गेहूं की बंपर फसल, क्या बोले कृषिमंत्री शिवराज सिंह चौहान
 
26 नवंबर से अनशन पर हैं : डल्लेवाल (70) केंद्र पर आंदोलनकारी किसानों की मांगों को स्वीकार करने का दबाव बनाने के लिए 26 नवंबर, 2024 से पंजाब और हरियाणा के बीच खनौरी सीमा पर आमरण अनशन पर हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) के बैनर तले किसान पिछले साल 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा पर डेरा डाले हुए हैं, क्योंकि सुरक्षा बलों ने उन्हें अपनी विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली तक मार्च करने की अनुमति नहीं दी थी। ALSO READ: शिवराज ने लोकसभा में बताया, 16 साल में 5 गुना बढ़ी किसानों की आय
 
क्या हैं किसानों की मांग : एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी के अलावा, किसान कर्ज माफी, किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन, बिजली दरों में बढ़ोतरी नहीं करने, किसानों के खिलाफ पुलिस मामलों को वापस लेने और उत्तर प्रदेश में 2021 लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। भूमि अधिग्रहण अधिनियम, 2013 को बहाल करना और 2020-21 में पिछले आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देना भी उनकी मांगों का हिस्सा है। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

अनिरुद्धाचार्य ने महिलाओं पर यह क्या कह दिया, मच गया बवाल?

नासमझ हैं भाजपा सांसद कंगना, उन्हें खुद पर नियंत्रण रखना चाहिए

गुजरात में रफ्तार का कहर, हिट एंड रन मामले में 2 की मौत

लोकसभा में खत्म गतिरोध, अगले सप्ताह ऑपरेशन सिंदूर पर होगी चर्चा

Rajasthan : डेढ़ साल के बच्‍चे को बोरवेल में फेंका, आरोपी पिता गिरफ्तार

सभी देखें

नवीनतम

भारत देगा मालदीव को 4850 करोड़ का कर्ज, मोदी ने कहा- भारत मालदीव संबंधों की जड़ें सागर जितनी गहरी

Land for Job Scam : लालू यादव को दिल्‍ली हाईकोर्ट से झटका, याचिका पर जल्द सुनवाई से इनकार

रिटायरमेंट के बाद कोई सरकारी पद नहीं लूंगा, CJI गवई ने बताया आगे का प्लान

नासमझ हैं भाजपा सांसद कंगना, उन्हें खुद पर नियंत्रण रखना चाहिए

बिहार में कट जाएंगे 64 लाख मतदाताओं के नाम, SIR का पहला चरण पूरा

अगला लेख