शिवसेना के मुखपत्र सामना ने अपने संपादकीय में मोदी सरकार को राममंदिर का वादा याद दिलाते हुए कहा कि अब राम मंदिर का निर्माण होगा। शिवसेना ने कहा कि देश की सत्ता में श्रीराम के विचारों वाली सरकार आई है। देश में रामराज्य निर्माण हो इसीलिए करोड़ों लोगों ने मोदी को खुलकर वोट दिया है।
सामना ने लिखे संपादकीय में कहा गया है कि राम मंदिर का निर्माण हो इसके लिए सैकड़ों कारसेवकों ने अपना बलिदान दिया है। उनकी शहादत और खून को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। अखंड हिंदुस्तान का सपना साकार होगा और दुनियाभर में श्रीराम के देश की जय-जयकार होगी। इसे ही रामराज्य कहते हैं। इस आलेख में शिवसेना ने विरोधियों की तुलना रावण, विभीषण, कंस आदि से की।
शिवसेना ने कहा कि चुनाव से पहले मोदी जी ने स्पष्ट किया था कि अयोध्या में राम मंदिर की नींव रखी जाएगी लेकिन ऐसा कानून और सर्वोच्च न्यायालय की सहमति से होगा। हम उनकी भूमिका से सहमत हैं लेकिन सर्वोच्च न्यायालय को जनभावना या जनादेश को मानना चाहिए।
शिवसेना ने लिखा है कि जल्द ही पार्टी अपने सभी विजयी सांसदों सहित अयोध्या जानेवाली हैं। कांग्रेस राज में राम अंधेरे में थे. लेकिन अब अयोध्या में दीवाली ही होगी। राम का काम अयोध्या और देश में चारों ओर होगा। यही जनादेश है।