BEST Cooperative Credit Society Elections News: बीएमसी (BMC) समेत महाराष्ट्र के निकाय चुनाव से पहले ठाकरे ब्रदर्स को बड़ा झटका लगा है। निकाय चुनाव से पहले उद्धव और राज ठाकरे की पार्टियों- शिवसेना (यूबीटी) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) का चुनाव मिलकर लड़ा था, लेकिन दोनों ही पार्टियां इस टेस्ट में फेल हो गईं।
दरअसल, बेस्ट से जुड़ी कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसायटी का चुनाव शिवसेना यूबीटी और एमएनएस के पैनल ने 21 सीटों पर लड़ा था, लेकिन वे सभी सीटों पर चुनाव हार गए। इसको बीएमसी चुनाव से पहले दोनों भाइयों के गठबंधन का टेस्ट माना जा रहा था, लेकिन वे उसमें असफल रहे। हालांकि इस चुनाव के लिए दोनों पार्टियों के साथ आने से उनके बीच पूरे महाराष्ट्र में गठबंधन की चर्चा तेज हो गई है।
क्या कहा भाजपा ने : दूसरी ओर, भाजपा ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी)-मनसे पैनल की हार ने ठाकरे भाइयों को उनकी जगह दिखा दी और इससे यह पुष्टि हुई कि जनता के बीच भाजपा की स्थिति क्या है। भाजपा ने कहा कि ठाकरे ब्रांड शून्य साबित हुआ है।
शिवसेना (उबाठा)-मनसे का पैनल बेस्ट एम्प्लॉइज कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसायटी के चुनाव में सभी 21 सीटों पर हार गया। इस चुनाव के लिए उद्धव और राज ठाकरे की अगुवाई वाली दोनों पार्टियों के साथ आने के बाद से उनके बीच पूरे महाराष्ट्र में गठबंधन की चर्चा तेज हो गयी है। बेस्ट कामगार सेना (शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे से संबद्ध) के अध्यक्ष सुहास सामंत ने बुधवार को कहा कि सभी 21 उम्मीदवारों की हार आश्चर्यजनक है। उन्होंने दावा किया कि इस चुनाव में धन का बोलबाला रहा।
राव की पैनल ने जीती सबसे ज्यादा सीटें : इस चुनाव में शशांक राव के प्रतिद्वंद्वी पैनल ने सबसे ज़्यादा 14 सीटें जीतीं। राव ने कहा कि यह बेस्ट कर्मचारियों की जीत है, जिन्होंने शिवसेना (उबाठा) के नेतृत्व वाले समूह को उनकी मजदूर-विरोधी नीतियों के कारण नकार दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और भाजपा की मुंबई इकाई के प्रमुख आशीष शेलार ने हमेशा बेस्ट कर्मचारियों का समर्थन किया है।
एक अधिकारी ने पहले यह जानकारी दी थी कि चुनाव मैदान में पांच पैनल हैं, जिनमें से एक श्रमिक संघ नेता शशांक राव का है। भाजपा विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) प्रसाद लाड ने सहकारी ऋण समिति चुनावों के लिए 'सहकार समृद्धि' पैनल की घोषणा की थी। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना से संबद्ध एक यूनियन भी है।
जीत शुभ संकेत : महाराष्ट्र के मंत्री और भाजपा नेता आशीष शेलार ने इस जीत को मुंबई में अपनी पार्टी के लिए शुभ संकेत बताया। शेलार ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि भाजपा के लिए, यह मुंबईकरों की ओर से एक सकारात्मक संकेत है। मज़दूरों और कर्मचारियों ने हमारा साथ दिया है, जबकि पैट (विश्वसनीयता) और पेढ़ी (पैसे) के लिए लड़ने वालों को एक बड़ा कद्दू थमा दिया गया है। एक बार फिर यह स्पष्ट है कि मजदूर और श्रमिक हमारे साथ हैं।
महाराष्ट्र में भाजपा के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने ऐसे ही विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यह परिणाम ठाकरे भाइयों के घटते प्रभाव को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि उद्धव और राज ठाकरे ने बेस्ट चुनाव को लेकर एक साथ आकर खूब शोर मचाया। ऐसा दिखाया गया मानो उनकी जीत आसान हो। लेकिन मनसे के हाथ मिलाने के बावजूद यह सहकारी संस्था में एक भी सीट नहीं जीत पाए, जिस पर वर्षों से शिवसेना (उबाठा) का दबदबा रहा है। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala