रुद्रप्रयाग। केदारनाथ पैदल मार्ग पर बर्फ के साथ अतिक्रमण भी हटाया जा रहा है। केदारनाथ धाम में घोड़ा-खच्चरों के माध्यम से जरूरी सामान भी पहुंचाया जा रहा है। केदारनाथ धाम में हेलीपैड के आसपास से बर्फ हटाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। पैदल रास्ते की टूट-फूट को दुरुस्त करने में मजदूर जुटे हुए हैं।
इसके अलावा गुप्तकाशी से गौरीकुंड के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग के अतिक्रमण को हटाया गया। इसके अलावा कई व्यक्तियों को स्वयं अतिक्रमण हटाने के नोटिस थमाए गए। श्री केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे।
केदारनाथ यात्रा के सफल संचालन हेतु संबंधित विभागों द्वारा की जाने वाली तैयारियों एवं व्यवस्थाओं को मार्च माह के अंत तक पूर्ण करने के निर्देश जिलाधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा संबंधित अधिकारियों को दिए गए हैं ताकि केदारनाथ धाम में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई समस्या न हो।
जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुपालन में श्री केदारनाथ धाम यात्रा को सुगम एवं सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए संबंधित अधिकारियों द्वारा की जा रही तैयारियों एवं व्यवस्थाओं को त्वरित गति से किया जा रहा है। केदारनाथ धाम में की जाने वाली तैयारियों एवं व्यवस्थाओं को समयबद्धता के साथ करने के उद्देश्य से केदारनाथ पैदल मार्ग से डीडीएमए द्वारा बर्फ हटाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है।
चारों धामों में दर्शन के लिए मंदिर परिसरों में टोकन व्यवस्था लागू करने की मांग कई साल से हो रही थी। अब इसे धरातल पर लाने के लिए पर्यटन विकास परिषद ने कवायद शुरू कर दी है। बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में मंदिरों के प्रवेश द्वार पर पर्यटन विकास परिषद की ओर से यह टोकन दिए जाएंगे।
चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को दर्शन के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद दर्शन के लिए टोकन जारी करेगा। यह टोकन एक-एक घंटे के स्लॉट पर दिए जाएंगे, जो चार घंटे के लिए मान्य होगा। चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को दर्शन के लिए लाइन में लगना पड़ता है।
पहले तीर्थयात्री बसों और पैदल चलकर धाम में पहुंचते थे। समय की बचत के लिए तुरंत लाइन में लग जाते थे। इससे कई तीर्थयात्रियों को परेशानी होती थी। सबसे ज्यादा परेशानी बुजुर्ग तीर्थयात्रियों को होती थी। दर्शन के लिए कई घंटे लाइन में लगने के बाद नंबर आता था।
चारधाम तीर्थयात्रियों की सुविधाओं के लिए मंदिरों के प्रवेश द्वार पर दर्शन के लिए टोकन जारी करने की व्यवस्था की जा रही है। यह व्यवस्था बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री में लागू होगी। टोकन मिलने के बाद तीर्थयात्री चार घंटे के अंदर दर्शन कर सकेंगे। इससे लाइन में नहीं लगना पड़ेगा।
Edited By : Chetan Gour