नई दिल्ली। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने अर्थव्यवस्था में नकदी बढ़ाने और कर्ज सस्ता करने के लिए शुक्रवार को घोषित रिजर्व बैंक के कदमों की सराहना की है। उन्होंने रेपो दर में की गई कटौती का लाभ जल्द से जल्द ग्राहकों तक पहुंचाने पर भी जोर दिया।
रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति समिति की 3 दिवसीय बैठक के बाद शुक्रवार को इसके परिणामों की घोषणा की। रेपो दर को 0.75 प्रतिशत घटाकर 4.40 प्रतिशत और रिवर्स रेपो दर को .90 प्रतिशत घटाकर 4 प्रतिशत पर ला दिया गया है।
इसके साथ ही नकद आरक्षित अनुपात में 1 प्रतिशत कटौती कर उसे 3 प्रतिशत कर दिया है। इसके अलावा कर्ज वसूली किस्तों पर 3 महीने की रोक लगाने और कार्यशील पूंजी के ब्याज भुगतान से छूट देने जैसे उपायों की भी घोषणा की है।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने इस घोषणा के तुरंत बाद जारी अपने ट्वीट में वित्तीय स्थिरता बनाए रखने के रिजर्व बैंक गवर्नर के आश्वासन की सराहना की। उन्होंने कहा कि कर्ज किस्तों के भुगतान और कार्यशील पूंजी के ब्याज पर 3 महीने के लिए रोक लगाने के कदम जरूरी राहत पहुंचाने वाले कदम हैं। ब्याज दरों में कमी का लाभ ग्राहकों तक जल्द से जल्द पहुंचाया जाना चाहिए।
उद्योगों और कर्ज लेने वालों की यह शिकायत रही है कि रिजर्व बैंक द्वारा रेपो दर में पिछले कुछ माह के दौरान भारी कटौती किए जाने के बावजूद बैंकों ने कर्ज की दर में उतनी कटौती नहीं की है। अब जबकि रिजर्व बैंक ने रेपो दर में पौना प्रतिशत की कटौती की है तो कर्ज पर भी ब्याज दर में इसी के अनुरूप कटौती की जानी चाहिए। वित्तमंत्री ने भी ब्याज दरों में कटौती का लाभ ग्राहकों तक जल्द से जल्द पहुंचाने पर जोर दिया है।