संस्कृत- जर्मनी विवाद मनगढ़ंत : स्मृति ईरानी

Webdunia
सोमवार, 24 नवंबर 2014 (13:16 IST)
नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने संस्कृत और जर्मनी को लेकर उठे देश में विवाद को पूरी तरह 'मनगढ़त' बताया है।
smriti

ईरानी ने कहा कि विकलांगों के लिए सूचना प्रौद्योगिीक विषय पर यूनेस्को द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के बाद द्वारा पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में यह बात कही। यह पूछे जाने पर कि 'संस्कृत बनाम जर्मनी' को लेकर चल रहे विवाद को कैसे सुलझाया जाएगा, ईरानी ने कहा कि यह पूरा विवाद कुछ लोगों द्वारा जान- बूझकर खडा किया गया है। यह एक तरह से मनगढ़त है, इसलिए जानबूझकर खड़े किए गए विवाद को सुलझाने का सवाल ही नहीं उठता।  

यह पूछे जाने पर कि संसद के शीतकालीन सत्र में शिक्षा से जुड़े क्या नए विधेयक भी पेश किए जाएंगे, ईरानी ने कहा कि कुछ विधेयक जरूर आएंगे, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि कौन-कौन से विधेयक आएंगे।

गौरतलब है कि ईरानी ने संस्कृत को स्कूलों में अनिवार्य भाषा बनाए जाने की मांग को खारिज कर दिया है लेकिन जर्मन को एक विदेशी भाषा के तौर पर पढ़ाए जाने का समर्थन किया है, लेकिन कुछ दिनों से देश में संस्कृत बनाम जर्मन भाषा का विवाद भी खड़ा हो गया है और केन्द्र भारत में राजदूत की संस्कृत के खिलाफ 'लॉबिंग' पर नजर भी रखे हुए है। (वार्ता)

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?