झारखंड विधानसभा में सोरेन सरकार ने विश्वासमत हासिल कर लिया है। सरकार के पक्ष में 48 वोट पड़े हैं। वहीं बीजेपी ने वोटिंग के विरोध में सदन से वॉकआउट कर दिया है। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है।
इसके पहले सीएम हेमंत सोरेन विधानसभा में अपना विश्वास मत रखते हुए कहा कि विपक्ष इस प्रस्ताव को पूरा सुनें। मैदान छोड़कर बाहर न जाएं। हेमंत सोरेन ने कहा कि मैं आंदोलनकारी का बेटा हूं। इनसे डरने वाला नहीं हूं। न डरा हूं और ना ही किसी को डराऊंगा।
सदन में पहले ध्वनि मत से विश्वास प्रस्ताव पारित किया गया। फिर मत विभाजन किया गया। सरकार के पक्ष में 48 वोट पड़े जबकि विपक्ष में एक भी वोट नहीं आया। इसके बाद स्पीकर ने कहा कि सदन सरकार में विश्वास प्रकट करती है। ये प्रस्ताव पारित हुआ।
बता दें कि झारखंड सरकार राज्य में 1932 का खतियान लागू करने की तैयारी में हैं। उन्होंने सदन नें कहा कि1932 का खतियान और ओबीसी के मामले में जल्द सरकार आगे बढ़ने वाली है। 1985 की स्थानीयता इन्होंने परिभाषित की। जब 85 की स्थानीयता घोषित हुई तो ताली बजाकर कह रहे थे कि 85 का ही खतियान बेस्ट है। इस सत्र के माध्यम से ये एहसास कराना चाहते हैं कि अब चोरी-डकैती, डराने धमकाने से काम नहीं चलेगा। खरीद-बिक्री की ताकत नहीं चलेगी। विधानसभा तो बाद में लोकसभा में ही इसका परिणाम मिल जाएगा।