प्रज्ञा ठाकुर मामले में स्पाइसजेट का बड़ा बयान, जानिए क्यों लेट हुई उड़ान
, रविवार, 22 दिसंबर 2019 (19:26 IST)
नई दिल्ली। स्पाइसजेट ने रविवार को स्पष्ट किया कि भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर को दिल्ली-भोपाल उड़ान के चालक दल के सदस्यों ने गैर-आपात पंक्ति की सीट की ओर जाने को कहा, क्योंकि वे व्हीलचेयर पर थीं, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया, जिससे उड़ान में देरी हुई।
एयरलाइन के प्रवक्ता के मुताबिक, एक ओर कुछ यात्रियों ने ठाकुर से उनकी सीट आपात पंक्ति से बदलकर गैर आपात पंक्ति में कर लेने का आग्रह किया, जबकि कुछ अन्य ने उन्हें विमान से उतारने का अनुरोध किया, क्योंकि वे सीट बदलने से इनकार कर रहीं थीं। आखिरकार भाजपा सांसद ने बात मान ली और गैर आपात पंक्ति की सीट की तरफ चली गईं।
एक सूत्र के मुताबिक, इस मामले के चलते उड़ान में करीब 45 मिनट की देरी हुई। एयरलाइन की ओर से यह स्पष्टीकरण ठाकुर की शिकायत के एक दिन बाद आया है, जिसमें उन्होंने स्पाइसजेट पर उनकी बुकिंग वाली सीट नहीं देने का आरोप लगाया। ठाकुर ने उड़ान संख्या एसजी2489 में 1ए सीट बुक की थी और शनिवार को अपनी व्हीलचेयर पर दिल्ली हवाईअड्डे पहुंची थीं।
भोपाल हवाईअड्डे के बाहर जब उनसे बात की तो उन्होंने आरोप लगाया कि एयरलाइन स्टाफ ने, यात्रियों के साथ सही बर्ताव नहीं किया। ठाकुर ने कहा, उन्होंने मुझे बुक की हुई सीट नहीं दी। मैंने उनसे नियम दिखाने को कहा। मैंने निदेशक के पास इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है। हवाईअड्डा निदेशक, अनिल विक्रम ने पुष्टि की है कि उन्हें ठाकुर की तरफ से शिकायत मिली है।
उन्होंने कहा, मुझे सीट के आवंटन को लेकर उनकी शिकायत मिली है। हम सोमवार को इस पर गौर करेंगे। स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा, दिल्ली-भोपाल उड़ान बोम्बार्डियर क्यू400 विमान (78 सीटों वाली) द्वारा संचालित है। इस विमान में पहली पंक्ति आपात पंक्ति है और व्हीलचेयर वाले यात्रियों को यहां सीट नहीं दी जाती है।
उन्होंने कहा, क्योंकि भाजपा सांसद अपनी व्हीलचेयर से आईं थी और टिकट एयरलाइन के जरिए बुक नहीं कराई थी, इसलिए स्टाफ को इस बात की जानकारी नहीं थी कि वह व्हीलचेयर वाली यात्री हैं। उन्होंने कहा कि ठाकुर ने सुरक्षा निर्देश संबंधी दस्तावेज मांगा, जिसमें 'एक्जिट डोर' नीति का उल्लेख हो और स्पष्टता के लिए उन्हें यह दस्तावेज दिखाया भी गया। प्रवक्ता ने कहा, सुरक्षा कारणों के चलते उनसे सीट बदलने का आग्रह किया गया था क्योंकि स्पाइसजेट के लिए उसके यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है।
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