सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को अयोध्या मामले में हल के लिए 3 सदस्यों के एक पैनल का गठन कर दिया। जस्टिस एफएम खलीफुल्ला, श्रीराम पंचू और श्रीश्री रविशंकर को इस मामले में मध्यस्थ चुना गया है। यह तीनों इस मामले से जुड़े सभी पक्षकारों से बात करेंगे और 8 हफ्ते में अपनी रिपोर्ट अदालत में पेश करेंगे।
श्रीश्री रविशंकर ने ट्वीट कर कहा कि सबका सम्मान करना, सपनों को साकार करना, सदियों के संघर्ष का सुखांत करना और समाज में समरसता बनाए रखना - इस लक्ष्य की ओर सबको चलना है।
इस पर मोहन ने ट्वीट कर कहा कि गुरुदेव हम आपकी इज्जत करते हैं और हमेशा करते रहेंगे। अयोध्या भूमि पर कोई समझौता नहीं होगा। अगर मस्जिद बनानी है तो कही और बना दो लेकिन यहां मस्जिद नहीं बनेगी, सिर्फ प्रभु श्री रामचंद्रजी का मंदिर बनेगा। प्रखर पूजा ने भी ट्वीट कर कहा कि श्रीश्री आशा है आप जल्द ही श्री राम मंदिर निर्माण का रास्ता निकालेंगे।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि आप मध्यस्थता कर रहे हैं। उम्मीद है करोड़ों हिंदुओं की भावनाओ का खयाल रखेंगे, हमने जन्म भूमि के लिए हजारों सालों से बहुत बलिदान दिया है। उन बलिदानीजनों का ख्याल रखे, मंदिर वहीं बने आप से ऐसी आशा रखते हैं।
अयोध्या में सिर्फ मंदिर : केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि अयोध्या में सिर्फ मंदिर ही बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस तरह वेटिकन में मस्जिद नहीं बन सकती, मक्का में मंदिर नहीं बन सकता, उसी तरह अयोध्या में सिर्फ मंदिर ही होना चाहिए।