क्या ब्रह्मपुत्र पर बांध बना रहा है चीन, क्या है भारत सरकार का रुख?

तिब्बत से निकलने वाली ब्रह्मपुत्र को चीन में यारलुंग त्सांगपो कहा जाता है

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
गुरुवार, 27 मार्च 2025 (19:01 IST)
Brahmaputra River issue : सरकार ने देश के हितों को सर्वोपरि बताते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि ब्रह्मपुत्र नदी से संबंधित सभी घटनाक्रमों पर वह सावधानीपूर्वक नज़र रख रही है, जिसमें चीन द्वारा जलविद्युत परियोजना बनाने की योजना भी शामिल है। राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में विदेश राज्यमंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने यह भी बताया कि भारत सरकार देश के हितों की रक्षा के लिए सीमा पार नदियों के मुद्दे पर चीन के साथ संपर्क में है। चीन द्वारा मेगा बांध परियोजना की हाल ही में घोषणा के बाद, सरकार ने 30 दिसंबर, 2024 को चीनी पक्ष के समक्ष अपनी चिंताएं व्यक्त कीं जिनमें पारदर्शिता और ‘डाउनस्ट्रीम’ देशों के साथ परामर्श की आवश्यकता भी शामिल है।
 
उन्होंने आगे कहा कि ब्रह्मपुत्र के निचले इलाकों में रहने वाले भारतीय नागरिकों के जीवन और आजीविका की रक्षा के लिए निवारक और सुधारात्मक उपाय किए जा रहे हैं। विदेश मंत्रालय से पूछा गया कि क्या यह सच है कि चीन ने यारलुंग त्सांगपो पर एक मेगा जलविद्युत परियोजना के निर्माण को मंजूरी दी है, जबकि भारत ने इसके निचले इलाकों में जल प्रवाह और पारिस्थितिकी पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में चिंता जताई है। चीन में ब्रह्मपुत्र नदी को यारलुंग त्सांगपो कहा जाता है।
ALSO READ: चीन बनाएगा ब्रह्मपुत्र नदी पर सबसे बड़ा बांध, आलोचना पर दी यह सफाई...
सिंह ने कहा, भारत सरकार का ध्यान तिब्बत में यारलुंग त्सांगपो नदी के निचले हिस्से पर स्वीकृत एक मेगा बांध परियोजना की चीन की घोषणा पर है। उन्होंने कहा कि सरकार चीन द्वारा जल विद्युत परियोजनाओं को विकसित करने की योजनाओं सहित ब्रह्मपुत्र नदी से संबंधित सभी घटनाक्रमों पर सावधानीपूर्वक नज़र रखती है और अपने हितों की रक्षा के लिए आवश्यक उपाय करती है। इसमें निचले इलाकों में रहने वाले भारतीय नागरिकों के जीवन और आजीविका की रक्षा के लिए निवारक और सुधारात्मक उपाय शामिल हैं।
 
सिंह ने बताया कि सीमा पार नदियों से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चीन के साथ 2006 में स्थापित संस्थागत विशेषज्ञ स्तरीय व्यवस्था के दायरे में और राजनयिक माध्यम से चर्चा की जाती है। उन्होंने कहा, सीमा पार नदियों के पानी को लेकर सरकार ने लगातार चीनी अधिकारियों को अपने विचार और चिंताओं से अवगत कराया है और उनसे यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि ऊपरी इलाकों में किसी भी गतिविधि से निचले इलाकों के राज्यों के हितों को नुकसान न पहुंचे।
ALSO READ: तिब्बत में ब्रह्मपुत्र पर बांध बना रहा है चीन, क्या बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह?
उन्होंने कहा कि चीन द्वारा मेगा बांध परियोजना की हाल ही में घोषणा के बाद, सरकार ने 30 दिसंबर, 2024 को चीनी पक्ष के समक्ष अपनी चिंताएं व्यक्त कीं जिनमें पारदर्शिता और ‘डाउनस्ट्रीम’ देशों के साथ परामर्श की आवश्यकता भी शामिल है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

मोहन भागवत के बयान पर भड़के असदुद्दीन ओवैसी, बोले- RSS और मुसलमान समंदर के 2 किनारे हैं जो...

Operation Sindoor से Pakistan में कैसे मची थी तबाही, सामने आया नया वीडियो

लश्कर का खूंखार आतंकी सैफुल्लाह खालिद पाकिस्तान में ढेर, भारत में हुए 3 बड़े आतंकी हमलों में था शामिल

दरवाजे पर बारात और दुल्हन ने दुनिया को कहा अलविदा, झोलाछाप डॉक्टर के कारण मातम में बदली खुशियां

हिमाचल में साइबर हैकरों ने की 11.55 करोड़ की ठगी, सहकारी बैंक के सर्वर को हैक कर निकाले रुपए

सभी देखें

नवीनतम

मुंबई में 2 परिवारों के बीच झड़प में 3 लोगों की मौत, 4 घायल

सैन्य भर्ती केंद्र पर आत्मघाती हमला, 13 लोगों की मौत

Operation Sindoor पर अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर का विवादित पोस्ट, दिल्ली से गिरफ्तार

Jyoti Malhotra : क्या पहलगाम हमले से जुड़े हैं ज्योति मल्होत्रा के तार, 5 दिन की पुलिस रिमांड पर, होगा पाकिस्तान की साजिश का खुलासा

दुनियाभर में झूठ परोसेगा Pakistan, विदेशों में जाएगा PAK का प्रतिनिधिमंडल, बिलावल भुट्टो करेंगे नेतृत्व

अगला लेख