dipawali

H-1B वीज़ा पर सियासी घमासान, क्‍या बोले राहुल और खरगे?

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शनिवार, 20 सितम्बर 2025 (14:56 IST)
H-1B visa fee dispute : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा एच-1बी वीज़ा की सालाना फीस बढ़ाने के ऐलान के बाद देश में सियासी घमासान मच गया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा- जन्मदिन का रिटर्न गिफ्ट भारतीयों के लिए भारी पड़ गया। वहीं H-1B वीजा नियमों में बदलाव से भारतीयों पर पड़ने वाले असर को लेकर कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने भी प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भारत के पास एक कमजोर प्रधानमंत्री है।
 
खबरों के अनुसार, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने H-1B वीजा नियमों में बदलाव कर दिया है, जिसका सबसे ज्यादा असर भारतीयों पर पड़ेगा। इसको लेकर कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भारत के पास एक कमजोर प्रधानमंत्री है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा एच-1बी वीज़ा की सालाना फीस बढ़ाने के ऐलान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा– जन्मदिन का रिटर्न गिफ्ट भारतीयों के लिए भारी पड़ गया।
ALSO READ: ट्रंप ने मोदी को दोस्त बोल कर किया वार, H1B वीजा पर सबसे बड़ा प्रहार
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा एच-1बी वीज़ा की सालाना फीस एक लाख डॉलर (88 लाख रुपए) करने के फैसले से भारतीय टेक कर्मचारियों पर सबसे ज़्यादा असर पड़ने की आशंका है, क्योंकि करीब 70% एच-1बी वीज़ा धारक भारतीय हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार (19 सितंबर, 2025) को एक घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किए, जिससे एच-1बी वीज़ा की फीस सालाना एक लाख डॉलर (88 लाख रुपए) तक बढ़ जाएगी।
<

I repeat, India has a weak PM. https://t.co/N0EuIxQ1XG pic.twitter.com/AEu6QzPfYH

— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 20, 2025 >
लोकसभा चुनाव से पहले ट्रंप प्रशासन का यह कदम न केवल भारतीय पेशेवरों को झटका देगा, बल्कि भारत-अमेरिका संबंधों पर भी गहरा असर डाल सकता है। कांग्रेस ने सवाल उठाया है कि क्या मोदी सरकार विदेश नीति को महज़ दिखावा बना रही है, जबकि असल राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा दांव पर लग रही है।
 
कहा जा रहा है कि इस फैसले से H-1B वीजा के सहारे अमेरिका जाना अब मुश्किल हो जाएगा। अब केवल शीर्ष योग्य अंतरराष्ट्रीय उम्मीदवार ही इस वीजा के लिए पात्र होंगे। इस वीजा में भारत की हिस्सेदारी 71 फीसदी रही है। H-1B वीजा का इस्तेमाल इंजीनियरों के साथ ही शिक्षक और हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स भी करते हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा।
<

.@narendramodi ji,

Indians are pained by the return gifts you have received after the birthday call.

Birthday Return Gifts from your “Abki Baar, Trump Sarkar” Govt!

????$100,000 annual fee on H-1B visas, hits Indian tech workers the hardest, 70% of H-1B visa holders are… pic.twitter.com/CEcVrdv5tI

— Mallikarjun Kharge (@kharge) September 20, 2025 >
व्हाइट हाउस के स्टाफ सचिव विल शार्फ ने कहा कि एच1बी गैर-प्रवासी वीजा कार्यक्रम देश की वर्तमान आव्रजन प्रणाली में सबसे अधिक दुरुपयोग की जाने वाली वीजा प्रणालियों में से एक है। उन्होंने कहा कि इससे उन उच्च कुशल कामगारों को अमेरिका में आने की अनुमति दी जाती है जो उन क्षेत्रों में काम करते हैं जहां अमेरिकी काम नहीं करते।
ALSO READ: आलंद को लेकर EC का राहुल गांधी को जवाब, इसलिए हटे 6000 नाम
अमेरिकी सरकार हर साल 85,000 एच-1बी वीजा जारी करती है, जिनका इस्तेमाल ज्यादातर तकनीकी नौकरियों में होता है। इस साल के लिए आवेदन पहले ही पूरे हो चुके हैं। आंकड़ों के अनुसार, केवल अमेजन को ही इस साल 10,000 से ज्यादा वीजा मिले हैं, जबकि माइक्रोसॉफ्ट और मेटा जैसी कंपनियों को 5,000 से अधिक वीजा स्वीकृत हुए हैं। पिछले साल H-1B वीजा का सबसे ज्यादा फायदा भारत को मिला।
Edited By : Chetan Gour
Show comments

जरूर पढ़ें

सिर फूल जाता है, हृदय गति धीमी हो जाती है, रीढ़ लंबी हो जाती है, दवा ले नहीं सकते

डोनाल्ड ट्रंप को तालिबान और चीन ने दिया झटका, बगराम में अड्‍डा बनाना चाहता है अमेरिका

इंदौर के डांसिंग कॉप रंजीत सिंह की बिगड़ी तबीयत, महिला ने लगाए थे फ्लाइट- होटल ऑफर के आरोप

राहुल के Gen-Z वाले बयान पर फडणवीस का पलटवार, बोले- 'अर्बन नक्सली' की तरह बोलते हैं...

इमरान खान ने सेना प्रमुख मुनीर पर लगाए आरोप, बोले- मुझे और पत्नी को मानसिक यातना दे रहे...

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: H1B Visa पर ट्रंप की सख्ती, सालाना लगेगी 88 लाख रुपए वीजा फीस

गुजरात में पीएम मोदी ने बताया, कौन है भारत का सबसे बड़ा दुश्मन

इंदौर-भोपाल में गरबों पर गाइडलाइन, गैर-हिन्दुओं की गरबा में एंट्री पर गरमा रहा माहौल, क्‍या है Love Jihad कनेक्‍शन?

तेज प्रताप के बाद अब रोहिणी आचार्य भी हुई नाराज, क्या लालू परिवार में सबकुछ ठीक है?

पाकिस्तान को बड़ा झटका, इन 3 राज्यों को मिलेगा सिंधु का पानी

अगला लेख