नई दिल्ली। दिल के मरीजों को लगाए जाने वाली स्टेंट की कीमत में कमी आने के बाद न केवल इसे लगाने वाले लोगों की संख्या बढ़ गई है, बल्कि कीमतों को लेकर सरकार और विदेशी कंपनियों के बीच टकराव भी शुरू हो गया है।
रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार के अनुसार देश में करीब 6 करोड़ दिल के मरीज हैं और स्टेंट लगाने के लिए साल में लगभग 5.50 लाख ऑपरेशन किए जाते हैं। स्टेंट की कीमत में कमी आने के बाद इसे लगाने वालों की संख्या में 1.50 लाख की वृद्धि हो गई है और इससे लोगों को कुल मिलाकर करीब 5 से 6 हजार करोड़ रुपए का फायदा हुआ है।
उन्होंने कहा कि पहले अस्पताल एक स्टेंट की कीमत 1.25 से 2.50 लाख रुपए तक लेते थे जिसके कारण दिल के मरीजों को 10-10 लाख रुपए तक ऑपरेशन का खर्च लगता था। इसकी अधिक शिकायत मिलने पर नेशनल फार्मा प्राइसिंग अथॉरिटी (एनपीपीए) ने पिछले साल ड्रग एल्युजन स्टेंट की कीमत 31,000 रुपए निर्धारित की। करीब 90 प्रतिशत मामलों में यही स्टेंट लगाया जाता है जिसकी कीमत इस माह और कम कर 27,000 रुपए कर दी गई है। (वार्ता)