बालेश्वर (ओडिशा)। डीआरडीओ ने ओडिशा तट से कम दूरी की मारक क्षमता वाली, जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल का मंगलवार को सफल परीक्षण किया। अधिकारियों ने बताया कि मिसाइल का परीक्षण चांदीपुर स्थित परीक्षण केंद्र से दोपहर 3.08 बजे किया गया। इसे भारतीय नौसेना के विभिन्न पोतों पर तैनात किया जाएगा। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि सभी हथियार प्रणाली के समेकित कामकाज का सत्यापन करने के लक्ष्य से मिसाइल प्रणाली का परीक्षण किया गया।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय नौसेना सहित मिसाइल प्रणाली परियोजना से जुड़े सभी लोगों, संगठनों व प्रतिष्ठानों को बधाई दी। उन्होंने बताया कि यह प्रणाली हवाई खतरों के खिलाफ भारतीय नौसेना की क्षमता को और मजबूत बनाएगी। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि बेहद कम ऊंचाई वाले एक इलेक्ट्रॉनिक निशाने के खिलाफ मिसाइल को वर्टिकल लांचर से दागा गया। मिसाइल की उड़ान, उसके पथ और अन्य आंकड़ों, मानदंडों को रिकॉर्ड किया गया।
बयान के अनुसार मिसाइल की प्रणाली ने आशा के अनुरूप काम किया। उसमें कहा गया है कि परीक्षण को डीआरडीओ और भारतीय नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने देखा। डीआरडीओ के प्रमुख जी. सतीश रेड्डी ने सफल परीक्षण में शामिल दलों को बधाई दी है।