पोखरण। भारत ने गुरुवार को डीआरडीओ द्वारा विकसित 'नाग' एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का अंतिम परीक्षण एक वारहेड के साथ सफलतापूर्वक किया। राजस्थान के पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में सुबह 6.45 बजे इस अत्याधुनिक एंटी गाइडेड मिसाइल का परीक्षण किया गया।
यह मिसाइल किसी भी मौसम में दुश्मन के बड़े युद्ध टैंकों को मार गिराने की क्षमता रखती है। इसमें इंफ्रारेड भी है, जो लॉन्च से पहले टारगेट को लॉक करता है। इसके बाद नाग अचानक ऊपर उठती है और फिर तेजी से टारगेट के एंगल पर मुड़कर उसकी ओर चल देती है। लक्ष्य भेदने की इसकी क्षमता काफी सटीक है।
यह मिसाइल जमीन से जमीन पर 4 किलोमीटर तक मार कर सकती है और हेलीकॉपटर से इसकी मारक क्षमता बढ़कर 5 किमी हो जाती है।
सीमा पर चीन के साथ जारी तनाव के बीच इस मिसाइल परीक्षण को काफी अहम माना जा रहा है। आज ही आईएनएस करावत्ती को भी नौसेना में शामिल किया जा रहा है। भारतीय सेना को मजबूती देने की दिशा में हाल ही में सुपरसोनिक मिसाइल ब्रह्मोस समेत कई मिसाइलों के परिक्षण किए गए हैं।