नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में शनिवार को दिल्ली के वायू प्रदूषण को लेकर सुनवाई हुई। कोर्ट ने केंद्र सरकार को जल्द से जल्द वायु प्रदूषण से निपटने की तरकीब निकालने को कहा। सरकार लॉकडाउन जैसे कदम उठाने पर विचार कर सकती है।
चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना ने केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि ऐसी स्थिति में तो लगता है कि घर में भी मास्क पहनकर ही बैठना होगा।
शीर्ष अदालत ने कहा कि दिल्ली में हालत गंभीर है। उन्होंने कहा कि 70 प्रतिशत प्रदूषण का जिम्मेदार कौन हैं? 500 पार पहुंचा AQI कैसे कम होगा?
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हर किसी पर किसानों को दोष देने का जुनून सवार है। उन्होंने सवाल किया कि प्रदूषण के लिए सिर्फ किसानों को जिम्मेदार क्यों ठहराया जा रहा है? क्या आपने देखा है कि पिछले 7 दिनों से दिल्ली में किस तरह पटाखे जलाए जा रहे हैं?
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर खतकनाक स्तर पर बना हुआ है। राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को इस मौसम का सबसे खराब AQI दर्ज किया गया। दिल्ली में 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) शनिवार सुबह 499 दर्ज किया गया, जो इस मौसम में अब तक का सबसे खराब है।
AQI शून्य से 50 के बीच अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बेहद खराब और 401 से 500 के बीच गंभीर माना जाता है।