नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में खराब हुई फिजा ठीक होने का नाम ही नहीं ले रही है। आसपास के राज्यों में जलने वाली पराली और दिवाली के मौके पर हुई आतिशबाजी की वजह राजधानी में प्रदूषण अधिक बढ़ गया। शुक्रवार को कई इलाकों में एयर क्वालिटी 700 से अधिक 700 से अधिक दर्ज की गई। हालांकि औसत तौर पर यह आंकड़ा 360 है।
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार दिल्ली की ओवरऑल एयर क्वालिटी इंडेक्स पाई गई है। यह एयर क्वालिटी 'बहुत खराब' श्रेणी में आती है। इससे पहले बीते दिन भी एयर क्वालिटी 'बहुत खराब' दर्ज की गई थी।
दिल्ली एनसीआर में पिछले कई दिनों से पॉल्यूशन की वजह से विजिबिलिटी पर भी असर पड़ा है। हवा में स्मॉग की मोटी चादरें दिखाई दे रही हैं। कुतुब मीनार, लोटस टैंपल, अक्षरधाम मंदिर के आसपास के इलाकों में स्मॉग और लो विजिबिलिटी दर्ज की गई। साथ ही 'खराब हवा' की वजह से लोगों को सांस लेने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
देश का तीसरा सबसे प्रदूषित शहर बना आगरा: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के डेटा के अनुसार गुरुवार को देश का सबसे प्रदूषित शहर गाजियाबाद रहा। यहां का एक्यूआई 461 था और वृदांवन की एक्यूआई 458 रहा जिससे वह देश का दूसरा प्रदूषित शहर रहा। बृज क्षेत्र में दिनभर स्मॉग की चादर छाई रही। आगरा में जहरीली हवा की वजह से एसएनएमसी के टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट की ओपीडी, मेडिसिन ओपीडी और इमरजेंसी में दमा और अस्थमा के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। यह देश का तीसरा सबसे प्रदूषित शहर बन गया है।