भारत समलैंगिक संबंधों को अपराध नहीं मानने वाले 25 देशों में शामिल

Webdunia
गुरुवार, 6 सितम्बर 2018 (19:12 IST)
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय द्वारा समलैंगिक संबंधों को अपराध की श्रेणी से बाहर करने के साथ ही भारत उन 25 अन्य देशों के साथ जुड़ गया, जहां समलैंगिकता वैध है। लेकिन दुनियाभर में अब भी 72 ऐसे देश और क्षेत्र हैं जहां समलैंगिक संबंध को अपराध समझा जाता है। उनमें 45 वे देश भी हैं जहां महिलाओं का आपस में यौन संबंध बनाना गैर कानूनी है।

उच्चतम न्यायालय की पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने गुरुवार को भादंसं की धारा 377 के तहत 158 साल पुराने इस औपनिवेशिक कानून के संबंधित हिस्से को अपराध की श्रेणी से बाहर कर दिया और कहा कि यह समानता के अधिकार का उल्लंघन करता है।

इंटरनेशनल लेस्बियन, गे, ईसेक्सुअल, ट्रांस एंड इंटरसेक्स एसोसिएशन के अनुसार आठ ऐसे देश हैं, जहां समलैंगिक संबंध पर मृत्युदंड का प्रावधान है और दर्जनों ऐसे देश हैं जहां इस तरह के संबंधों पर कैद की सजा हो सकती है।

जिन कुछ देशों समलैंगिक संबंध वैध ठहराए गए हैं, उनमें अर्जेंटीना, ग्रीनलैंड, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, आईसलैंड, स्पेन, बेल्जियम, आयरलैंड, अमेरिका, ब्राजील, लक्जमबर्ग, स्वीडन और कनाडा शामिल हैं।

सम्बंधित जानकारी

Apache Attack Helicopter : 60 सेकंड में दुश्मनों के 128 मूविंग टार्गेट्स पर सटीक वार, भारतीय सेना को मिले 3 अपाचे हेलीकॉप्टर, जानिए खूबियां

अब कब होगा Vice President का चुनाव, क्‍या है पूरी प्रक्रिया और जानिए क्‍या है इस पद के लिए योग्‍यता?

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे की आखिर क्या थी असली वजह?

उपराष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ के इस्तीफे से उठे कई सवाल, दबाव या स्वेच्छा?

खराब खाने, जाति सूचक शब्दों के प्रयोग के विरोध में 170 छात्रों ने किया अनोखा प्रदर्शन, प्रिंसिपल को हटाया

बिहार में SIR में मिले 18 लाख मृतक, 7 लाख मतदाताओं का 2 स्थानों पर नाम, क्या बोला ECI

MIG-21 Retirement : 6 दशक से अधिक की सेवा के बाद क्यों रिटायर हो रहे हैं मिग-21 फाइटर जेट, कौन लेगा उनकी जगह

छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर गए जेल

पालघर में एक इमारत की लिफ्ट में पेशाब करते पकड़ा गया कंपनी प्रतिनिधि, लोगों ने पीटा

बंगाल के राज्यपाल थे तो होता था टकराव, अब जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर क्या बोलीं ममता बनर्जी

अगला लेख