मेरे पास भारत के अलावा कुछ भी नहीं है : तस्‍लीमा नसरीन

Webdunia
रविवार, 20 नवंबर 2016 (19:18 IST)
नई दिल्ली। बांग्लादेशी लेखिका तस्‍लीमा नसरीन ने कहा कि भारत लौटने के लिए तमाम प्रतिबंधों और खतरों की उन्हें जानबूझकर अवहेलना करनी पड़ी बावजूद इसके उन्हें देश छोड़ने के लिए मजबूर किया गया, क्योंकि उनके पास भारत के अलावा कुछ भी नहीं है।
उन्होंने भारत द्वारा खुली सोच को बढ़ावा देने की उम्मीद जाहिर की। लेखिका ने साथ ही कहा कि वे चाहती हैं कि पड़ोसी देश भी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर भारत से प्रेरणा ले।
 
उन्होंने अपने संस्मरण ‘एग्जाइल’ में ये विचार रखे हैं जिसका अंग्रेजी में अनुवाद महरघया चक्रवर्ती ने बंगला में प्रकाशित ‘निर्बासन’ से किया है। पैंग्विन रैंडम हाउस ने इस पुस्तक का प्रकाशन किया है। उन्होंने करीब 5 वर्ष पहले यह किताब लिखी थी।
 
इस पुस्तक में तस्‍लीमा ने अपने संघर्ष के उन 7 महीनों की घटनाओं का जिक्र किया है, जब उन्हें पश्चिम बंगाल से फिर राजस्थान से और आखिरकार भारत से बाहर जाना पड़ा था। (भाषा)

Show comments

जरूर पढ़ें

Maharashtra politics : क्या महाराष्ट्र में होने वाला है बड़ा खेला, फडणवीस और उद्धव ठाकरे की मुलाकात के सियासी मायने

भारत में कितनी तेजी से बढ़ रही किस धर्म की आबादी? क्या भविष्य में अल्पसंख्यक बन जाएंगे बहुसंख्यक!

निमिषा प्रिया को बचाने के लिए क्या कर रही है भारत सरकार, विदेश मंत्रालय ने दी पूरी जानकारी

Donald Trump की धमकी, रूस से सस्ता तेल, क्या करेगी भारत सरकार, पेट्रोलियम मंत्री बोले- प्लान तैयार

7 महीने में 24 हजार लोगों को काटा, अब भी 30 हजार से ज्‍यादा कुत्‍तों की नहीं हुई नसबंदी, कहां सो रहा निगम प्रशासन

सभी देखें

नवीनतम

डिप्रेशन, एंग्जायटी, निराशा और सुसाइडल प्रवृत्ति के शिकार हो रहे इंदौरी, 6 महीने में 55 प्रतिशत पुरुषों ने मांगी मदद

मोतिहारी में पीएम मोदी ने बताया, 2 दशक पहले कैसा था बिहार

Jharkhand पंचायत विभाग करेगा AI का इस्तेमाल, पंचायतों के कामकाज में आएगी तेजी

उत्तराखंड की सभी सीमाओं पर लगेंगे 251 फुट ऊंचे भगवा ध्वज, सीएम धामी ने की घोषणा

शराब घोटाला मामले में ED का बड़ा एक्शन, भूपेश बघेल का बेटा गिरफ्तार

अगला लेख