पटना। बिहार में शपथ ग्रहण के बाद से ही महागठबंधन सरकार लगातार विवादों में घिरी हुई है। ताजा विवाद की वजह लालू यादव के बड़े बेटे और राज्य के वन मंत्री तेजप्रताप है। तेजप्रताप पर आरोप है कि वह एक सरकारी बैठक में अपने जीजा शैलेश भारती को लेकर पहुंच गए।
तेजप्रताप को 16 अगस्त हुए मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है और वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय सौंपा गया है। 17 अगस्त को तेजप्रताप और शैलेश अरण्य भवन में तीनों मंत्रालयों की समीक्षा बैठक में शामिल हुए थे। 18 अगस्त को उन्होंने बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में भी तेजप्रताप के साथ शैलेश भी शामिल हुए।
बैठक के फोटो खुद तेजप्रताप ने ट्वीट किए। उन्होंने इसके साथ ही लिखा कि पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग के कार्यालय में सभी अधिकारियों के साथ बैठक की। सभी अधिकारियों को निर्देश दिया जल्द से जल्द सभी योजनाओं पूरा किया जाए।
भाजपा नेता निखिल आनंद ने ट्वीट कर कहा कि बिहार के वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव को कोई हल्के में ना ले। हमारे भाई शैलेश जी भी साथ बैठे हैं। मेरा दावा है कि राजद के सभी मंत्रियों से शैलेशजी ज्यादा समझदार- ज्ञानी- टैलेंटेड जरूर हैं। शैलेश भाई का आशीर्वाद रहा तो तेज प्रताप सबसे बेस्ट मिनिस्टर साबित होंगे।
दोनों बैठकों के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं। बहरहाल अब सवाल उठ रहे हैं कि मंत्रालय की बैठक में तेजप्रताप के साथ शैलेष क्यों आ रहे हैं। मंत्रालय तेजप्रताप चलाएंगे या शैलेश।