अमरनाथ यात्रा से पहले आतंकी संगठन रेजिस्टेंस फ्रंट ने यात्रियों पर बड़े हमले की धमकी देते हुए पत्र जारी किया है। इस पत्र में संगठन ने अपने मंसूबों को जाहिर करते हुए लिखा है कि भारत सरकार कश्मीर मुद्दे पर अपनी गंदी राजनीति करने के लिए अमरनाथ यात्रा का उपयोग करने जा रही है।
आतंकियों ने कहा कि हमें जानकारी मिली है कि अमरनाथ यात्रा की आड़ में भारत सरकार आरएसएस के लोगों को घाटी में भेजना चाह रही है, ताकि कश्मीर का माहौल खराब किया जा सके।
अमरनाथ यात्रा प्रति वर्ष गर्मियों के मौसम में शुरू होती है। इस बार यात्रा के लिए 8 लाख श्रद्धालुओं ने पंजीयन करवाया है तथा यह यात्रा 80 दिनों तक जारी रहेगी। दी रेजिस्टेंस फ्रंट, कुख्यात आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से ताल्लुक रखता है।
22 मई को जारी किए गए इस पत्र में आतंकियों ने चेतावनी देते हुए ये भी कहा है कि अगर अमरनाथ यात्रा का उपयोग राजनीतिक लाभ के लिए किया जाता है तो संगठन सरकार की योजनाओं में बाधा डालने का पूरा प्रयास करेगा।
आतंकियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि श्रद्धालु तब तक सुरक्षित रहेंगे, जब तक वो कश्मीर मुद्दे में हस्तक्षेप नहीं करते। कश्मीर मुद्दे पर सरकार की नुमाइंदगी करने वालों को हम खुले तौर पर निशाना बनाकर उनका खून बहाएंगे। फिलहाल इस मुद्दे पर स्थानीय प्रशासन या केंद्रीय रक्षा मंत्रालय की ओर से कोई भी बयान नहीं आया है।