सोशल मीडिया पर एक तस्वीर काफी वायरल हो रही है। इस तस्वीर में एक मुस्लिम गड्ढे में फंसी एक गाय को बचाता है। इस गड्ढे में कमर से ऊपर पानी भरा हुआ था। एक मुस्लिम व्यक्ति पानी से भरे हुए गड्ढे में उतरता है और सहारा देकर गाय को बाहर निकालता है।
आमतौर पर गाय को लेकर हिन्दू और मुस्लिम में तनाव की खबरें तो काफी आती हैं, लेकिन यह तस्वीर उन लोगों के लिए सबक है जो छोटी-छोटी बातों पर धार्मिक तनाव उत्पन्न करने की कोशिश करते हैं। हालांकि लोगों ने इस तस्वीर पर भी विरोधाभासी टिप्पणियां कीं।
यह वीडियो ब्रजेश राजपूत ने 'क्या कहूं... कहने को क्या रह गया...' शीर्षक से ट्विटर पर साझा किया है। हालांकि इस ट्वीट में इस बात का खुलासा नहीं है कि आखिर यह वीडियो कहां का है।
मुकेश कुमार गौर ने लिखा- यही असल भारत की असल संस्कृति है, जिसे राजनीतिक दलों ने दलदल में धकेल दिया है। अरविन्द सिंह ने लिखा- इसी को दया, धर्म एवं मानवता कहते हैं। ये गुण जाति, धर्म देखकर व्यक्ति में नहीं विकसित होते बल्कि परिवार, गुरु एवं अपने आसपास के वातावरण से विकसित होते हैंl
अक्षय आनंद ने लिखा कि यह सामूहिक नहीं, व्यक्तिगत मानवीय गुण हैं, यह आदमी बधाई का पात्र है। वैसे, महज 30 सेकंड के वीडियो से किसी के व्यक्तित्व का आकलन करना मूर्खता कही जाएगी, व्यक्तित्व के मूल्यांकन में इतनी जल्दबाजी क्यों, मूल्यांकन में समग्रता का अभाव न हो।