फारूक अब्दुल्ला की ललकार पर श्रीनगर में लहराया तिरंगा

सुरेश एस डुग्गर
श्रीनगर। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला की ललकार पर विहिप के कार्यकर्ताओं ने आखिर श्रीनगर के लाल चौक में बुधवार को तिरंगा लहरा ही दिया, लेकिन शिवसेना के कार्यकर्ता इसमें नाकाम इसलिए रहे क्योंकि उन्हें पहले ही पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।
 
 
दरअसल, फारूक अब्दुल्ला की चुनौती को स्वीकार करते हुए विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने शरारती तत्वों के साथ धक्का-मुक्की के बावजूद बुधवार को लाल चौक में तिरंगा फहराया। लेकिन शिवसैनिकों को तिरंगा फहराने से रोकने में पुलिस कामयाब रही और नौ शिवसैनिकों को निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने के आरोप में हिरासत में ले लिया।
 
राकेश बजरंगी के नेतृत्व में लगभग डेढ़ दर्जन विहिप कार्यकर्ता सुबह आठ बजे लालचौक में पहुंचे। उन्होंने भारत माता की जय, हिन्दुस्तान जिंदाबाद, वंदे मातरम के नारे लगाते हुए घंटाघर पर तिरंगा फहराया। लेकिन तब तक वहां कुछ शरारती तत्व भी जमा हो गए और पुलिस भी पहुंच गई।
 
 
शरारती तत्वों ने तिरंगा फहरा रहे विहिप कार्यकर्ताओं से मारपीट का प्रयास करते हुए उनके हाथ से राष्ट्रध्वज छीनने का प्रयास किया, लेकिन नाकाम रहे। तिरंगा फहराने के बाद विहिप कार्यकर्ता वहां से निकल गए, लेकिन पुलिस ने उनके दो वाहन जब्त कर लिए। इससे पूरे लालचौक में अफरा-तफरी फैल गई।
 
एक अन्य विहिप कार्यकर्ता राजन गुप्ता ने अपनी फटी जैकेट दिखाते हुए कहा कि शरारती तत्वों ने हम पर हमला किया। इस बीच, पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि लाल चौक और उसके साथ सटे इलाकों में धारा 144 के तहत किसी भी तरह का जुलूस निकालने, जलसा करने पर पाबंदी है। इसलिए इन लोगों को हिरासत में लिया गया है।
 
 
विहिप कार्यकर्ताओं के जाने के बाद हालात अभी पूरी तरह सामान्य भी नहीं हुए थे कि शिवसैनिकों का एक दल वहां प्रकट हुआ। उन्होंने तिरंगा निकाल जैसे ही उसे फहराने का प्रयास किया, पुलिस ने तुरंत हरकत में आकर उन सभी को हिरासत में ले लिया। लेकिन इस दौरान एक शिवसैनिक ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अब्दुल्ला ने गत माह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पूरे देश को लाल चौक में तिरंगा फहराने की चुनौती दी थी। लेकिन यहां राज्य सरकार ही तिरंगा फहराने के खिलाफ है, तभी हम लोगों को इसकी इजाजत नहीं दी गई।
 
 
गौरतलब है कि शिवसेना (बाल ठाकरे) की प्रदेश इकाई के प्रमुख डिंपी कोहली ने गत मंगलवार को जम्मू में बताया था कि उनके संगठन का एक विशेष दल लाल चौक में तिरंगा फहराने के लिए श्रीनगर के लिए रवाना हो चुका है। लेकिन विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता बिना किसी ऐलान के ही जम्मू से निकले थे। विहिप कार्यकर्ताओं ने लाल चौक में तिरंगा फहराने संबंधी विवादित बयानबाजी के लिए डॉ. फारूक अब्दुल्ला का गत दिनों जम्मू में घेराव किया था। उस समय डॉ. अब्दुल्ला ने उन्हें लाल चौक आने को कहा था।

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