Abhishek Banerjee case : अपने महासचिव अभिषेक बनर्जी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा तलब किए जाने की पृष्ठभूमि में तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर अपने राजनीतिक हितों को पूरा करने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों को कथित रूप से अपनी अंगुलियों पर नचाने को लेकर कड़ा प्रहार किया तथा उस पर 'अभिषेक फोबिया' से पीड़ित होने का आरोप लगाया।
तृणमूल कांग्रेस में नंबर टू समझे जाने वाले अभिषेक बनर्जी पश्चिम बंगाल में स्कूली नौकरी घोटाले की जांच के सिलसिले में यहां बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय के सामने पूछताछ के लिए पेश हुए। तृणमूल सांसद और प्रवक्ता शांतनु सेन ने कहा, भाजपा अपने राजनीतिक हितों की पूर्ति के लिए सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल कर रही है, लेकिन वह केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर हमें घुटने टेकने के लिए मजबूर नहीं कर सकती। हमें लोगों पर विश्वास है। दरअसल भाजपा अभिषेक फोबिया से पीड़ित है क्योंकि वह राजनीतिक रूप से हमारा मुकाबला करने में अक्षम है।
अभिषेक बनर्जी ने रविवार को एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट किया था कि उन्हें 13 सितंबर को पूछताछ के लिए इस केंद्रीय जांच एजेंसी के सामने पेश होने की सूचना मिली है और उसी दिन नई दिल्ली में विपक्षी गठबंधन इंडिया की समन्वय समिति की पहली बैठक होगी।
वह इस समन्वय समिति में तृणमूल कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करते हैं। पार्टी ने इस गैर भाजपाई गठबंधन के नेताओं को सूचित किया है कि अभिषेक बनर्जी इस बैठक में भाग नहीं ले पाएंगे क्योंकि उन्हें कोलकाता में उसी दिन ईडी के सामने हाजिर होना है। सेन ने कहा, यह शर्मनाक है। भाजपा इतना नीचे गिर गई है कि उसने अभिषेक बनर्जी के परिवार के सदस्यों के पीछे भी ईडी और सीबीआई को लगा दिया।
तृणमूल ने मंगलवार को भी भाजपा की आलोचना करते हुए उसे एक वाशिंग मशीन बताया था और कटाक्ष किया था कि भाजपा में शामिल होते ही भ्रष्ट लोग गुणी व्यक्ति में तब्दील हो जाते हैं। उसने कहा था कि हाल में धूपगुड़ी उपचुनाव में हार तथा विपक्षी इंडिया गठबंधन की सफल बैठकों के बाद ही ईडी ने उसके राष्ट्रीय महासचिव को तलब किया है।
तृणमूल के दावे पर भाजपा प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने अभिषेक बनर्जी को परेशान करने के लिए सीबीआई और ईडी के इस्तेमाल के आरोपों को बेबुनियाद करार दिया। उन्होंने कहा, जब भी तृणमूल नेताओं को सीबीआई या ईडी तलब करती है तो वे हम पर आरोप लगाते हैं। यदि उनकी कोई शिकायत है तो वे अदालत जा सकते हैं।
इससे पहले ईडी ने पश्चिम बंगाल में सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त प्राथमिक विद्यालयों में भर्ती में कथित घोटाले की जांच के सिलसिले में 13 जून को पेश होने के लिए अभिषेक बनर्जी को समन भेजा था। लेकिन वह जनसंपर्क अभियान तथा जुलाई के ग्रामीण चुनावों के सिलसिले में व्यस्तता का हवाला देकर ईडी के सामने नहीं पेश हुए थे।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)