महाराष्ट्र सरकार ने पिछले दिनों लाउडस्पीकर को लेकर कुछ नए नियम बनाए, लेकिन यह विवाद अभी खत्म होता नहीं दिख रहा। यह विवाद राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के बीच लंबे समय से चले आ रहे टकराहट को भी एक बार फिर उजागर कर रहा है।
दरअसल धार्मिक स्थ्लों पर लाउडस्पीकर से जुड़ी गाइडलाइंस तय करने के लिए आज उद्धव सरकार ने सभी दलों की एक बैठक बुलाई है। इस बैठक में शामिल होने के लिए लगभग सभी दलों ने अपनी सहमति दे दी है, लेकिन महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे इस बैठक में शामिल नहीं होंगे।
इस बैठक को लेकर अभी तक जो जानकारी निकलकर सामने आई है, उसके मुताबिक इस बैठक भारतीय जनता पार्टी से राज्य के पूर्व सीएम देवेंद्र फड़नवीस शामिल होंगे, जबकि मनसे की तरफ से इस मीटिंग में नांदगावकर और संदीप देशपांडे के शामिल होने की खबर है। इसके अलावा कुछ और छोटे दलों के नेता भी वहां मौजूद रहेंगे।
दरअसल महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर विवाद को इसी महीने राज ठाकरे ने शुरू किया था। उन्होंने करीब 14 दिन पहले अपनी पार्टी के एक कार्यक्रम में उद्धव सरकार से कहा था कि राज्य में मौजूद सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटने चाहिए।
अगर राज्य सरकार यह काम नहीं करेगी, तो वह खुद जैसे को तैसा जवाब की तरह उन लाउडस्पीकर को हटाकर मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा बजवाएंगे। इसके करीब 10 दिन बाद फिर राज ठाकरे इस मुद्दे पर बोले और उन्होंने देश के हिंदुओं से एकजुट होने को कहा था।
उन्होंने कहा था कि अगर 3 मई तक सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटाए गए तो वह खुद इन्हें हटाना शुरू कर देंगे। वह किसी धर्म के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन अगर कोई कानून तोड़ेगा तो वह मंजूर नहीं।