हाल ही में रिलीज हुआ '
अंडरवर्ल्ड गैंग वॉर' गेम अभिभावकों के लिए सिरदर्द बन सकता है। यह गेम पूरी तरह भारत में बना है और इसके गेमप्ले और ग्राफिक्स पबजी की तरह प्रतीत होते है। इस गेम को लेकर बच्चों और युवाओं के बीच काफी चर्चाएं हैं। इन चर्चाओं का कारण है कि ये गेम भारत में होने वाले अंडरवर्ल्ड गैंगवॉर को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इस गेम में हथियार, युद्धक्षेत्र का सेट, किरदारों के कपड़े आदि सभी चीजों को इस तरह बनाया गया है कि खेलने वाले को ऐसा प्रतीत हो कि वो अपने आस-पास की किसी जगह पर लड़ रहा है।
बताया जा रहा है कि पबजी की तरह युवा इस गेम की लत के शिकार भी हो सकते हैं। भारत में रिलीज के बाद से अब तक लाखों लोग इस गेम में अपना नाम पहले से ही रजिस्टर कर चुके हैं।
भारत में पबजी, कॉल ऑफ ड्यूटी, फ्री फायर आदि जैसे ऑनलाइन गेम्स की लत ने कई सारे युवाओं को अपना शिकार बनाया है। पिछले कुछ सालों में पबजी की लत के चलते सुसाइड करने से जुड़े ढेरों मामले सामने आ चुके है। एक तरफ जहां इस तरह के ऑनलाइन गेम्स ने बच्चों को आक्रामक बनाते हैं, वहीं दूसरी ओर उन्हें अपने माता-पिता व अध्यापकों के खिलाफ भी खड़ा कर देते हैं। इन मोबाइल गेम्स के बच्चों एवं युवाओं की मानसिकता पर पड़ते बुरे प्रभावों को देखकर देश के कई राज्यों में इसे बैन भी किया जा चुका है।
इस तरह के गेम्स को बैटल रॉयल गेम कहा जाता है। भारत में पहले भी 'फौजी' नामक एक ऐसा ही गेम बनाया गया था, लेकिन उसने कुछ खास कमाल नहीं दिखाया। 'अंडरवर्ल्ड गैंग वॉर' गेम को मेहेम स्टूडियोज नाम की कंपनी ने बनाया है और इस पर काफी खर्चा भी किया है। अब देखना यह होगा कि आने वाले कुछ महीनों में भारत के बच्चों व युवाओं की मानसिकता पर इस गेम के क्या परिणाम निकलकर सामने आते हैं।