लखनऊ। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शनिवार को निवेशकों से कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश के अपार अवसर हैं और वे एक निर्णायक और डबल इंजन सरकार का लाभ उठाएं। उन्होंने निवेशकों से अपील की कि वे वर्ष 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को साकार करें।
विश्व आर्थिक मंच की बैठक में अपने हालिया दौरे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वहां के निवेशकों ने कहा कि निवेश के लिए भारत सबसे अच्छी जगह है। केंद्रीय मंत्री तीन दिवसीय उत्तर प्रदेश वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन 2023 के दूसरे दिन स्वास्थ्य विषयक सत्र को संबोधित कर रहे थे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, यह निवेशक सम्मेलन उत्तर प्रदेश में हो रहा है जब एक निर्णायक सरकार सत्ता में है, शीर्ष पर मोदी सरकार है और डबल इंजन की सरकार काम कर रही है। प्रदेश में विकास और उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जाएगा क्योंकि उत्तर प्रदेश में एक सक्रिय स्वास्थ्य मंत्री भी हैं।
उन्होंने विश्वास जताया कि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 6-7 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ भारत जब आजादी के 100वें वर्ष का जश्न मनाने तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण (विजन) के अनुरूप एक विकसित देश बन सकता है।
उन्होंने आयुष्मान योजना को निवेश का अवसर बताते हुए निजी क्षेत्र से आयुष्मान योजना के अनुरूप 50 या 100 बिस्तरों वाले अस्पताल बनाने को कहा। उन्होंने कहा, सरकार आयुष्मान योजना से जुड़कर सुनिश्चित कारोबार देगी, जो इतना मजबूत हो गया है कि बिल बनाने के 10 से 15 दिनों में बैंक खातों में पैसा स्थानांतरित हो जाता है। गरीबों को इलाज मिलता है और अस्पतालों का काम भी सुगमतापूर्वक चलता रहता है।
उन्होंने कहा, मैंने निजी अस्पताल शुरू करने के लिए विश्व बैंक से बात की है, आप 100 बिस्तर का अस्पताल शुरू करते हैं, तो यह कम ब्याज पर दीर्घकालिक ऋण प्रदान करेगा। ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि निजी क्षेत्र इसमें योगदान दे सके।
मंत्री ने कहा कि फार्मा सेक्टर में भी निजी निवेश के लिए परिवेश तैयार किया जा रहा है। सत्र को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने संबोधित करते हुए कहा कि राज्य स्वास्थ्य क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार है। पाठक ने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी 75 जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)