जम्मू। जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने और इसे 2 केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित जाने के बाद पहली बार यहां के दौरे पर आए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि अगर युवा जम्मू-कश्मीर के विकास में शामिल होंगे, तो आतंकवादी अपने नापाक मंसूबों में विफल हो जाएंगे।
जम्मू में एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, जम्मू के लोगों को नजरअंदाज करने का वक्त अब समाप्त हो गया है, जम्मू और कश्मीर, दोनों का विकास अब साथ-साथ होगा। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के विकास में कोई भी रोड़े नहीं अटका पाएगा।
शाह ने कहा, अगर युवा जम्मू-कश्मीर के विकास में शामिल होंगे, तो आतंकवादी अपने नापाक मंसूबों में विफल हो जाएंगे। उन्होंने कहा, जम्मू-कश्मीर में अब तक 12 हजार करोड़ रुपए का निवेश आ चुका है और हमारा लक्ष्य 2022 के अंत तक इसे 51 हजार करोड़ रुपए करने का है।
शाह ने कहा, हमारा लक्ष्य है कि कोई भी नागरिक हिंसा में न मारा जाए और जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद का सफाया हो। इससे पहले, अधिकारियों ने बताया कि कड़ी सुरक्षा के बीच शाह रविवार को यहां पहुंचे और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जम्मू के नए परिसर का उद्घाटन किया।
5 अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर 2 केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित होने के बाद शाह की यह पहली यात्रा है। इससे पहले शाह ने 2019 में गृहमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के ठीक बाद राज्य का दौरा किया था। उन्होंने तब अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा की समीक्षा की थी और केंद्रीय योजनाओं की प्रगति का जायजा लिया था।