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झूठा है 100 करोड़ जनता को वैक्सीनेशन का दावा, कश्मीर में 370 खत्म हो गई तो अमित शाह 3 गाड़ियों के साथ क्यों नहीं निकलते? : असदुद्दीन ओवैसी

हमें फॉलो करें झूठा है 100 करोड़ जनता को वैक्सीनेशन का दावा, कश्मीर में 370 खत्म हो गई तो अमित शाह 3 गाड़ियों के साथ क्यों नहीं निकलते? : असदुद्दीन ओवैसी

हिमा अग्रवाल

, शनिवार, 23 अक्टूबर 2021 (20:58 IST)
उत्तर प्रदेश के मेरठ किठौर विधानसभा क्षेत्र में AIMIM सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी देश में 100 करोड़ जनता का वैक्सीनेशन होने का दम भर रहे हैं, लेकिन हकीकत इससे अलग है, देश की कुल 31 प्रतिशत आबादी को टीका लगा है और मोदी 100 करोड़ जनता को दोनों कोरोना टीका लगने की बात कर रहे हैं।

ओवैसी बोले प्रधानमंत्री इतना भी मत फेंकिए। ओवैसी ने कहा कि जब कश्मीर से धारा 370 हटा दी गई है तो गृहमंत्री अमित शाह कश्मीर में 35 गाड़ियों के काफिले में क्यों जाते हैं? जब कश्मीर आजाद है तो गृहमंत्री अमित शाह 3 गाड़ियों के साथ भी जा सकते हैं?

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी मेरठ के किठौर पहुंचे। किठौर विधानसभा क्षेत्र मुस्लिम बाहुल्य है, हालांकि विगत चुनाव में यहां से भाजपा विधायक चुना गया है। अपनी पार्टी को मजबूती देने के लिए आज वे किठौर में एक जनसभा के दौरान विपक्षी दलों पर भी हमलावर हुए।

ओवैसी ने सपा-बसपा पर निशाना साधते हुए कहा कि इनको वोट देने से इंकलाब नहीं आने वाला है। आज मैं मेरठ में तुमसे भीख मांगने आया हूं कि मुसलमानों अपनी अहमियत को समझो, अहमियत को समझने के लिए तुमको हिन्दू भाइयों से सबक लेना चाहिए।

ओवैसी ने सभा को संबोधित करते हुए तल्ख लहज़े में विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि मुसलमानों को लेकर यदि उनसे कोई बहस कर ले तो वह 10 मिनट में जूते उठाकर भाग जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2 फीसदी मुसलमान ग्रेजुएट हैं। जब जाति की बात आती है, तो कुर्सी पर बैठने वाले अपने लोगों का भला करते हैं, मुसलमानों का नहीं।

उन्होंने कहा कि अपना एक लीडर चुनो, एक डंडे, एक झंडे के नीचे रहो। यादव और दलित से सबक हासिल करो। एक डंडे और एक झंडे के नीचे रहने वालों को हर विभाग और दफ्तर में नौकरी मिली हुई है, बस मुस्लिमों के हिस्से में दंगे-फसाद, जेल, बर्बादी और तबाही है। खुद को संभालो और बदलो।

उन्होंने कहा कि आंकड़े कह रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में दलितों के बाद सबसे ज्यादा नाइंसाफी मुस्लिमों के साथ हुई है। वहीं सपा, बसपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा नेताजी टोपी पहनकर ईद पर उनके घर और ईदगाह पर जाकर गले मिलकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकते हैं।

AIMIM प्रमुख यही नहीं रूके, उन्होंने कहा कि मौलाना कलीम का नाम लेने से पार्टियां डरती हैं, मैं पूछता हूं कि कलीम सिद्दीकी का नाम कितनी पार्टियों ने लिया। कलीम का नाम लेंगे तो श्याम नाराज हो जाएगा। लेकिन मजलिस की लड़ाई इंसाफ की लड़ाई है। ओवैसी ने प्रियंका गांधी का नाम लिए बिना तंज कसते हुए कहा कि मैं कांग्रेस की मोहतरमा से पूछना चाहता हूं कि जब उन्नाव का फैसल पुलिस कस्टडी में मर गया तो वह उनके परिवार से मिलने क्यों नहीं गईं। अब हमसे क्यों वोट मांगते हो?

ओवैसी बोले कि 2022 के चुनाव में मुसलमान सपा को वोट देने की गलती नहीं करें। उन्होंने कहा कि जब गोरखपुर में मनीष गुप्ता पुलिस के अत्याचार का शिकार होता है तो सपा और कांग्रेस के नेता उनसे मिलने जाते हैं। जब किसी मुसलमान का एनकाउंटर होता है, पुलिस उसके साथ अत्याचार करती है तो अखिलेश उससे मिलने क्यों नहीं जाते?

ओवैसी ने जनता का जुड़ाव अपने साथ बनाए रखने के लिए प्रश्न किया कि 2014, 2017, 2019 में किसको वोट दिया था। सपा से अखिलेश यादव तीन इलेक्शन हार चुके हैं।उन्होंने कहा कि ऐसी पार्टियों को 2022 में वोट देने की गलती मुसलमान न करें। अखिलेश यादव का एनकाउंटर नहीं होगा, एनकाउंटर मेरा होता है। इल्जाम सिर्फ मुझ पर लगता है। अगर 50 साल का बच्चा शादी नहीं करता तो भी ओवैसी जिम्मेदार होता है।

वहीं उन्होंने कहा कि मेरठ में CAA (नागरिकता संशोधन कानून) की लड़ाई में मेरठ के जिन 4 मुसलमानों को पुलिस ने मारा, उनकी शहादत कभी भूलना नहीं है। ओवैसी ने पुलिस की गोली से मारे गए लोगों को शहीद का दर्जा दिया है।एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि जिन्होंने कोरोना काल में तबलीगी जमात के नाम पर जिन पुलिस वालों ने उत्पात मचाया था, अब वह तैयार हो जाएं, अल्लाह उन्हें इंसाफ देगा।

ओवैसी ने अपने भाषण में कहा कि मैं आपसे भीख मांगने आया हूं, मुसलमान अपनी अहमियत समझें। यूपी में बाबा यानी योगी की सरकार है। मुसलमानों, मैं आपको समझाने आया हूं कि सपा या बसपा को वोट देने से इंकलाब नहीं आएगा। जिन्ना के पैगाम को हमने ठोकर मारी थी, हमें वतन से मोहब्बत आज भी है, कल भी रहेगी। जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी यहां तक कह गए कि मेरठ के गाजियों ने अंग्रेजों की ईंट से ईंट बजा दी थी। 1857 में अंग्रेजों के खिलाफ जेहाद हुआ था और अब इंसाफ के लिए फिर से उठना पड़ेगा।
ओवैसी ने कहा कि किठौर से PM आम मांगते हैं, दूसरे देशों को भेजते हैं। आज तक वो फल मंडी नहीं दे सके। हम किठौर में फल मंडी बनाएंगे। किठौर में तहसील भी बनवाएंगे। काली नदी की सफाई, डिश फिल्टरिंग, मेरठ गढ़ रोड का पुनर्निर्माण, बने हुए इंटर कॉलेज के लिए स्टाफ, हाई लेवल का स्टाफ उपलब्ध कराया जाएगा। मवाना व मोद्दीमपुर मिल में किसान के गन्ने के भुगतान की जल्द व्यवस्था कराई जाएगी।

उन्होंने शाहजहांपुर मंडी के आम पर कहा कि जिस जगह का आम कई देशों में मशहूर है वहां मंडी की व्यवस्था कराई जाए। उधर, प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने शाहिद मंजूर को एआईएमआईएम में आने का न्यौता देते हुए कहा कि आप टिकट पाने वाले नहीं, टिकट देने वाले बनो।

असदुद्दीन ओवैसी मेरठ में AIMIM पार्षद मरहूम जुबैर अंसारी के घर भी पहुंचे। विगत अगस्त माह में जुबैर अंसारी का दिनदहाड़े कत्ल हो गया था। ओवैसी ने जुबैर के परिवार में उनके मासूम बच्चों को गले लगाया। अंसारी के परिवार से लगभग 10 मिनट उन्होंने बातचीत की और हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया।

वहीं जेल में बंद अतीक अहमद को साहब कहकर संबोधित किया। हालांकि ओवैसी की जनसभा में अतीक अहमद की पत्नी शाहिस्ता परवीन भी पहुंचीं। अतीक के बेटे अली ने ओवैसी के साथ मंच साझा किया। अतीक की पत्नी ने मंच से अपने पति का जेल से लिखा लेटर सबको पढ़कर सुनाया। जिसमें लिखा था कि मुसलमानों एक हो जाओ और ओवैसी के हाथ मजबूत करो।

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