लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में थाना बाबूपुरवा और फिर यतीमखाना में उपद्रवियों द्वारा किए गए हिंसक प्रदर्शन के बाद अब पुलिस की बारी है। इसके चलते कानपुर पुलिस ने उपद्रवियों की पहचान के लिए पोस्टर जारी करते हुए लोगों से अपील की है।
शहर में जगह-जगह उपद्रवियों के पोस्टर पुलिस द्वारा लगाए गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार 20 से 22 दिसंबर तक हुए बवाल की पूरी रिकॉर्डिंग स्मार्ट सिटी के तहत लगाए गए इन सीसीटीवी कैमरेां में कैद हो गई है। नगर निगम में बने कंट्रोल रूम से यतीमखाना, परेड, बेगमपुरवा, जाजमऊ, बाबूपुरवा समेत आसपास क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले गए और फिर एक-एक उपद्रवी की फोटो निकालीगई।
अब इनकी पहचान करने के लिए पुलिस जुट गई है और कानपुर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की फोटो कानपुर के कई क्षेत्रों में चस्पा की है। इसके साथ ही इन पोस्टरों में पुलिस ने मोबाइल नंबर भी लिखे हैं और जानकारी देने वाले का नाम गुप्त रखने के साथ सूचना देने वाले को पुरस्कृत करने की बात भी कही गई है।
इस तरह के पोस्टर मेरठ और वाराणसी में भी लगाए गए हैं। साथ ही लखनऊ में हिंसा भड़काने के लिए पीएफआई नामक एक संगठन का नाम सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि गृह मंत्रालय इस संगठन पर कार्रवाई कर सकता है। मंत्रालय ने इस संगठन के बारे में अन्य राज्यों से भी जानकारी मंगाई है।