ताइपे। अमेरिकी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स की स्पीकर नैंसी पेलोसी का विमान ताइपे में लैंड हो चुका है। नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे के लेकर चीन और अमेरिका में तनाव बना हुआ है। चीन इस दौरे का विरोध कर रहा है। चीन ने अमेरिका को बेहद गंभीर नतीजों की धमकी देते हुए ताइवान सीमा के पास मिलिट्री ड्रिल की।
अमेरिका, ताइवान और चीन तीनों ने अपनी फौजों को कॉम्बेट रेडी (जंग के लिए तैयार) रहने को कहा है। मंगलवार देर शाम तीनों ने फौजों के लिए हाईअलर्ट भी जारी कर दिया। चीन ने पेलोसी की संभावित यात्रा से पहले ही कड़ी चेतावनी जारी की थी।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि हम पेलोसी के कार्यक्रम पर करीबी नजर रख रहे हैं और अगर वे ताइवान की यात्रा करती हैं तो हम कड़ा जवाब देंगे। चीन के बाद रूस ने भी कहा है कि अगर पेलोसी ताइपे जाती हैं तो चीन और अमेरिका में सीधा टकराव हो सकता है। दरअसल, चीन ताइवान को अपना क्षेत्र मानता है लेकिन ताइवान प्रारंभ से अलग है और वहां लोकतंत्र है। ताइवान को अमेरिका का समर्थन है।
इससे पहले चीन के विदेश मंत्री वांग यि ने कहा था कि ताइवान मामले पर अमेरिका का धोखा उसकी राष्ट्रीय साख को दिवालिया बना रहा है।वांग ने एक बयान में कहा कि ताइवान के मुद्दे पर कुछ अमेरिकी राजनेता आग से खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसका परिणाम अच्छा नहीं होगा... लोगों को परेशान करने वाला अमेरिका का चेहरा फिर से सामने हैं और यह दिखाता है कि वह शांति भंग करने में दुनिया में शीर्ष पर है।
होटल में कड़ी सुरक्षा : ताइपे शहर के ग्रैंड हयात होटल के सामने सुरक्षा बैरिकेड्स लगाए गए हैं। अमेरिका की हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी इसी होटल में रुकेंगी। अमेरिकी सदन की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी और उनके साथ का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार शाम को ताइवान पहुंचेगा और रातभर रुकेगा। ताइवान के विदेश मंत्रालय ने पहले किसी भी जानकारी का खुलासा करने या इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया था कि क्या पेलोसी ताइवान का दौरा कर रही हैं।