हिंदी के लिए अनामिका और कन्नड़ के लिए वीरप्पा मोइली को मिलेगा साहित्य अकादमी पुरस्कार

Webdunia
शुक्रवार, 12 मार्च 2021 (18:04 IST)
नई दिल्ली। साहित्य अकादमी ने हिंदी में कविता संग्रह के लिए अनामिका और कन्नड़ में महाकाव्य लिखने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम. वीरप्पा मोइली को वर्ष 2020 का प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार देने की शुक्रवार को घोषणा की।

साहित्य अकादमी के सचिव के श्रीनिवास राव ने बताया कि अकादमी ने 20 भाषाओं के लिए अपने वार्षिक साहित्य अकादमी पुरस्कारों की घोषणा की है। अकादमी ने पुरस्कार देने के लिए सात कविता-संग्रह, चार उपन्यास, पांच कहानी-संग्रह, दो नाटक, एक-एक संस्मरण और महाकाव्य चयन किया है।

उन्होंने बताया कि वीरप्पा मोइली को उनके महाकाव्य ‘श्री बाहुलबली अहिमसादिग्विजयम’ के लिए वर्ष 2020 का साहित्य अकादमी पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। राव ने बताया कि हिंदी में ‘टोकरी में दिगन्त : थेरीगाथा : 2014’ कविता संग्रह के लिए अनामिका को पुरस्कृत किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि अंग्रेजी में अरुंधति सुब्रह्मण्यम को कविता संग्रह ‘व्हेन गॉड इज़ ए ट्रैवलर’ के लिए जबकि उर्दू में हुसैन-उल-हक को उनके उपन्यास ‘अमावस में ख्वाब’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

क्या है हार्ट अटैक और कोरोना वैक्सीन का संबंध, एम्स दिल्ली की स्टडी में हुआ खुलासा

POK के मामले में ये 5 गलतियां भारत को पड़ी भारी, नहीं तो कुछ और होती कहानी

CM धामी ने की कांवड़ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा, 'थूक जिहाद' को लेकर दी यह चेतावनी

Ayushman card से मुफ्त होता है इलाज पर क्या है क्लेम का प्रोसेस, जानिए

ड्राइवर की खुद की गलती से हुई मौत तो मुआवजा देने के लिए बाध्य नहीं बीमा कंपनियां, SC का बड़ा फैसला

सभी देखें

नवीनतम

भारी बारिश से हिमाचल के मंडी का हाल बेहाल, 3 दिन बाद भी क्यों नहीं आईं सांसद कंगना रनौत?

आतंकवाद का आका पाकिस्तान कैसे बन गया UNSC का अध्यक्ष? जानें कब तक रहेगी कुर्सी पर और क्या होंगी खास पावर्स

कोलकाता गैंगरेप केस: आरोपियों को क्राइम स्पॉट पर ले गई पुलिस, रिक्रिएट किया क्राइम सीन

त्रिनिदाद और टोबैगो के दौरे पर पीएम मोदी, कांग्रेस को क्यों याद आईं इंदिरा गांधी?

भाजपा विधायक ने की बीजद की महिला नेता पर आपत्तिजनक टिप्पणी, ओडिशा में छिड़ा राजनीतिक विवाद

अगला लेख