नई दिल्ली। भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या ने शुक्रवार को दावा किया कि उनकी कंपनी की 13000 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। माल्या ने सिलसिलेवार ट्वीट कर दावा किया कि उसे कर्ज देने वाले बैंक ने इंग्लैंड में अपने वकीलों को उसके खिलाफ छोटे-मोटे मामले दर्ज करने की खुली छूट दी हुई है।
माल्या ने ‘कानूनी शुल्क के रूप में सार्वजनिक धन के’ बेजा इस्तेमाल पर सवाल उठाया है। शराब कारोबारी ने ट्वीट किया, हर सुबह मैं पाता हूं कि डीआरटी (कर्ज वसूली अधिकरण) के वसूली अधिकारी ने एक और संपत्ति को जब्त कर लिया। जब्त की गई संपत्तियों का मूल्य 13 हजार करोड़ रुपए के पार कर चुका है।
बैंकों ने दावा किया है कि सभी तरह के ब्याजों को मिलाकर उनका नौ हजार करोड़ रुपए बकाया है और इसकी भी समीक्षा की जानी है। यह कितना आगे तक जाएगा? क्या यह न्यायोचित है?
उसने कहा कि डीआरटी के वसूली अधिकारी ने भारत में बैंकों की ओर से हाल में उसके समूह की 13 हजार करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की है। माल्या ने कहा, कहा जा रहा है कि मैं नौ हजार करोड़ रुपए लेकर भाग गया जिससे सरकारी बैंकों को नुकसान हुआ, तो न्याय या निष्पक्षता कहां है?