नई दिल्ली। भगोड़े अरबपति उद्यमी विजय माल्या ने अप्रैल 2016 में प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री को लिखे पत्र को सार्वजनिक करते हुए कहा कि बैंक धोखाधड़ी के लिए उनको पोस्टर बॉय बना दिया गया जबकि उन्होंने बैंकों के बकाए के निपटान के लिए हरसंभव कोशिश की है।
माल्या ने यहां जारी बयान में कहा कि वे बहुत दिनों से चुप बैठे थे लेकिन अब उन्हें अपना पक्ष रखने का सही समय आ गया है। इसलिए वे प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को 15 अप्रैल 2016 को लिखे पत्र को सार्वजनिक कर रहे हैं। न प्रधानमंत्री और न ही वित्त मंत्री ने उनके पत्र का जबाव दिया था।
उन्होंने कहा कि राजनेताओं की तरह मीडिया ने भी उन्हें चोरी करने और 9,000 करोड़ रुपए लेकर भाग जाने का आरोपी बना दिया जबकि ऋण किंगफिशर एयरलाइंस को दिया गया था। कुछ ऋणदाता बैंकों ने भी उन्हें जान-बूझकर ऋण नहीं चुकाने वालों की श्रेणी में डाल दिया।