नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून 10 जुलाई तक दिल्ली सहित उत्तर भारत के शेष हिस्सों में पहुंच सकता है। पिछले 15 वर्षों के दौरान ऐसा पहली बार हुआ है जब मानसून इतनी देर से पहुंच रहा हो। आईएमडी के क्षेत्रीय प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि इससे पहले दिल्ली में 2012 में मानसून सात जुलाई को पहुंचा था जबकि 2006 में मानसून ने 9 जुलाई को राजधानी में दस्तक दी थी।
इन राज्यों में गर्मी का कहर : हरियाणा और पंजाब में भीषण गर्मी का कहर जारी रहा। गुरुग्राम में अधिकतम तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जोकि सामान्य से 4 डिग्री अधिक है। अगले दो-तीन दिनों में इस क्षेत्र में तापमान के और अधिक बढ़ने की आशंका है।
मौसम विभाग के मुताबिक हरियाणा के हिसार में अधिकतम तापमान 41.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि नारनौल और भिवानी में अधिकतम तापमान क्रमश: 41 डिग्री और 38.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं, पंजाब के बठिंडा में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जोकि सामान्य से 3 डिग्री अधिक है। दोनों राज्यों की साझा राजधानी चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जोकि सामान्य से 3 डिग्री अधिक है।
10 जुलाई से आगे बढ़ेगा मानसून : दक्षिण-पश्चिम मानसून के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शेष हिस्सों, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली के कुछ और हिस्सों में 10 जुलाई के आस-पास आगे बढ़ने की संभावना है। इससे 10 जुलाई से उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में बारिश के लिए स्थितियां अनुकूल होने की संभावना है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को अधिकतम तापमान 39.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली में मंगलवार को आसमान में आंशिक रूप से बादल छाये रहने तथा अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 41 और 29 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
गौरतलब है कि पंजाब और हरियाणा में 13 जून को ही दक्षिण-पश्चिम मानसून ने दस्तक दे दी थी, लेकिन उसके बाद पिछले एक पखवाड़े के दौरान चंडीगढ़ सहित दोनों राज्यों में ज्यादातर सूखा ही रहा है।