rain in many states of the country : देश मे कई कई राज्यों में सितंबर में बारिश का कहर टूट रहा है। खासकर, मध्यप्रदेश में भारी बारिश हो रही है। इंदौर में बारिश ने 62 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। मौसम विभाग ने कई राज्यों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। दिल्ली-एनसीआर में भी फिर बारिश का दौर एक बार फिर होने की संभावना जताई जा रही थी।
इंदौर में टूटा 62 साल का रिकॉर्ड : इंदौर में शुक्रवार को हुई बारिश ने बीते 62 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। भारी बारिश के चलते इंदौर से खंडवा का संपर्क टूट गया है। बुरहानपुर में ताप्ती नदी खतरे के निशान के 8 फुट ऊपर बह रही है। उज्जैन में शिप्रा नदी उफान पर होने से घाट पर बने मंदिर डूब गए है। उज्जैन, इंदौर, बड़वानी, बुरहानपुर में नर्सरी से लेकर 12वीं तक स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है।
200 लोगों को बचाया गया : इंदौर जिले में जारी भारी बारिश के बाद प्रशासन ने पिछले 24 घंटे के दौरान अलग-अलग स्थानों पर फंसे 200 से ज्यादा लोगों की जान बचाई, जबकि निचले इलाकों में रहने वाले नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। प्रशासन के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
भारी बारिश की आशंका : मौसम विभाग ने दक्षिण पश्चिम मध्यप्रदेश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। यहां अगले 3 दिनों तक भारी बारिश की आशंका जताई गई है। लगातार भारी बारिश से सभी नदी-नाले पूर पर हैं व आज और कल भी अतिवृष्टि संभावित है। जिला प्रशासन ने लोगों को आगाह किया है कि नदी, नालों मेँ पूर, अचानक पानी बढ़ना, बाढ़, फिसलन जैसी स्थितियां बन सकती हैं, ट्रैफ़िक जाम जैसी परिस्थियां भी निर्मित हो सकती हैं, अत: वे ऐसी जगहों से जाने से बचें।
इन राज्यों में बरस सकते हैं बादल : मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक पूर्वी राजस्थान में मध्यम से भारी बारिश और इसके साथ ही तटीय कर्नाटक, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। वहीं, उत्तरप्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, उत्तरी पंजाब, उत्तरी हरियाणा और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
राजस्थान में रेड अलर्ट : मौसम विभाग ने राजस्थान के उदयपुर एवं कोटा संभागों में आगामी 24 घंटे में अति भारी बारिश की चेतावनी 'रेड अलर्ट' जारी की है। राज्य के अनेक इलाकों में लंबे अंतराल के बाद बीते दो दिन से मानसूनी बारिश हो रही है। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार शनिवार सुबह तक पिछले 24 घंटे में झालावाड़, बांसवाड़ा, झुंझुनू, प्रतापगढ़, कोटा, गंगानगर, बाड़मेर एवं चुरू जिलों में कहीं-कहीं भारी एवं अति भारी बारिश दर्ज हुई। इस दौरान झालावाड़ के डग में 157 मिलीमीटर एवं गंगानगर के मिर्जेवाला में 106 मिलीमीटर बारिश हुई।
शनिवार को दिन में चित्तौड़गढ़, डबोक, चुरू, सिरोही, डूंगरपुर, अलवर, अजमेर एवं जोधपुर में अच्छी -खासी बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग के अनुसार राज्य में बारिश का दौर अभी जारी रहेगा। कोटा, उदयपुर, जयपुर, अजमेर एवं भरतपुर संभागों के अधिकांश भागों में आगामी दो दिन हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। उसने रविवार को बांसवाड़ा, डूंगरपुर एवं प्रतापगढ़ जिलों में अति भारी बारिश का 'रेड अलर्ट' जारी किया है।
अरुणाचल में फटे बादल : अरुणाचल प्रदेश के शी-योमी जिले में शनिवार को बादल फटने से एक गांव में बाढ़ आ गई और इससे भारी नुकसान हुआ है।
आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार जिला मुख्यालय मेचुका के नजदीक ल्हाल्लुंग गांव में बादल फटने और मूसलाधार बारिश होने से दो विद्युत संयंत्रों को भारी नुकसान पहुंचा है और मेचुका शहर और आसपास के इलाकों में बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई है।
रिपोर्ट में कहा गया कि बाढ़ से खेत जलमग्न हो गए और खड़ी फसलों, मकानों, जलापूर्ति तथा मवेशियों को नुकसान हुआ। हालांकि, इससे कोई जनहानि नहीं हुई है।
अरुणाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष और मेचुका के स्थानीय विधायक दोरजी सोना ने स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन को तत्काल कदम उठाने और प्रभावित परिवारों की मदद करने का निर्देश दिया।
सोना ने प्रशासन को क्षति का आकलन करने का निर्देश देते हुए बिजली एवं जनस्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग (पीएचईडी) को यथाशीघ्र बिजली आपूर्ति बहाल करने को कहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री पेमा खांडू और उप मुख्यमंत्री चौना मीन से बात की है और उनसे मदद मांगी है। ल्हाल्लुंग स्थित जल विद्युत संयंत्र मेचुका शहर और आसपास के इलाकों में बिजली आपूर्ति के प्रमुख स्रोत हैं। एजेंसियां