नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में शनिवार को गरज के साथ बारिश हुई जबकि राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के भी कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश दर्ज की गई। बारिश के कारण जलभराव के चलते दिल्ली के कई इलाकों में लोगों को यातायात जाम का सामना करना पड़ा। वहीं अगले 24 घंटे के दौरान उत्तर भारत के कई इलाकों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
मौसम विज्ञान विभाग ने पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कुछ हिस्सों में अगले 24 घंटे में हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान जताया है। उत्तर प्रदेश में आठ सितंबर को गरज के साथ छींटे पड़ने के साथ ही बारिश की संभावना है। उधर, उत्तर प्रदेश के विभिन्न इलाकों में शनिवार को कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई।
मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को भी प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी इलाकों में अनेक स्थानों पर कहीं तेज और कहीं हल्की बारिश हो सकती है। पंजाब और हरियाणा के अधिकतर हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य के आसपास रहा और कुछ जगह बारिश भी हुई। इस बीच, राजस्थान के कई इलाकों में मानसून की बारिश का दौर शनिवार को भी जारी रहा और छत्तरगढ़ में 70 मिलीमीटर बारिश हुई।
मौसम विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि बीते चौबीस घंटे में राज्य में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। सबसे अधिक बारिश छत्तरगढ़, बीकानेर में 70 मिलीमीटर दर्ज की गई।
उत्तर भारत के कई इलाकों में भारी बारिश के आसार : हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, ओडिशा, अंडमान निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, कोंकण, गोवा, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, तेलंगाना, रायलसीमा, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुड्डुचेरी, कराईकल, केरल और माहे के अलग-अलग स्थानों पर अगले 24 घंटों के दौरान गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं।
मौसम विभाग ने शनिवार को इस बात का जानकारी दी। विभाग ने कहा कि इसके अलावा, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, पुड्डुचेरी और कराईकल में इस दौरान विभिन्न जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं।
इसके साथ ही राजस्थान, विदर्भ, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, ओडिशा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मध्य महाराष्ट्र, तेलंगाना और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भी भारी बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया गया है। इस दौरान अरब सागर में 45 से 55 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवाएं चलने के आसार हैं।
विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण-पूर्व अरब सागर और मालदीव में 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। इस वजह से मछुआरों को इस दौरान इन क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून राजस्थान में अत्यधिक सक्रिय बना हुआ है वहीं पश्चिम बंगाल के हिमालयी क्षेत्र में सक्रिय, जबकि नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाके, ओडिशा, झारखंड, बिहार, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, गुजरात, मराठवाड़ा, तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में यह कमजोर पड़ गया है। इसी अवधि के दौरान आज जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, तटीय कर्नाटक और लक्षद्वीप के अधिकतर क्षेत्रों में बारिश हुई या गरज के साथ छींटे पड़े।