नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में बीते कुछ दिनों से हो रही बारिश की वजह से ठंड और बढ़ गई है। उधर, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में बर्फबारी का भी दौर जारी है। उत्तर भारत में यलो अलर्ट जारी किया गया है। झारखंड की राजधानी रांची सहित कई जिलों में शुक्रवार सुबह से बारिश हो रही है।
खबरों के अनुसार, राजधानी दिल्ली में पिछले दो दिनों से धूप निकलने के कारण लोगों को काफी राहत महसूस हो रही थी, हालांकि एक बार फिर दिल्ली-एनसीआर के मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है पश्चिम विक्षोभ की सक्रियता और पहाड़ी राज्यों में हो रही बर्फबारी ने उत्तर भारत के कई राज्यों में शीतलहर वाली ठंड वापस ला दी है। मैदानी इलाकों में फरवरी महीने के आने के बाद भी मौसम में ठंडक बनी हुई है। उत्तर भारत में यलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग की मानें तो इस पूरे महीने में लोगों को ठंड से राहत नहीं मिल सकती है। दरअसल शीतलहर का एक कारण प्रशांत महासागर की ठंडी हवाएं भी माना जा रहा है। ये ठंडी हवाएं पश्चिमी विक्षोभ और ओलावृष्टि का कारण भी बन रही हैं। उत्तर प्रदेश के कई इलाके में ठंड का प्रकोप बढ़ा है जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
लखनऊ, कानपुर, बरेली, नजीबाबाद, मुजफ्फरनगर, मेरठ और अलीगढ़ में बारिश के कारण ठंड बढ़ी है। वहीं जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी के कारण कई पर्यटक वहां जाने के लिए आकर्षित हो रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार घाटी के कई इलाकों में लगातार हो रही बर्फबारी ने ठंड बढ़ा दी है।
71 साल के दौरान ये फरवरी का चौथा सबसे ठंडा दिन रहा। 3 फरवरी 2003 को अधिकतम तापमान 14.3 डिग्री रहा था। वहीं, न्यूनतम तापमान भी 11 डिग्री रहा। ये सामान्य से 3 डिग्री अधिक है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच महज 3.4 डिग्री का अंतर रहा।
उत्तराखंड में भारी बर्फबारी : उत्तराखंड के उत्तरकाशी और चमोली जिलों के ऊंचाई वाले इलाकों में बृहस्पतिवार को भारी बर्फबारी हुई, जबकि निचले इलाकों में बारिश होने से राज्यभर में ठंड बढ़ गई है।
उत्तरकाशी में जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय ने बताया कि उत्तरकाशी जिले के यमुनोत्री राजमार्ग को राडी टॉप पर बर्फबारी के कारण बंद कर दिया गया है जबकि दोपहर में देहरादून-सुवाखोली-लंबगांव मोटर मार्ग पर यातायात बाधित हो गया।
चमोली जिले में भी 3 हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर भारी हिमपात हुआ जबकि निचले इलाकों में बारिश हुई। मसूरी के पास धनोल्टी में जो पहाड़ियां देहरादून से देखी जा सकती हैं, वे बर्फ से ढंक गई हैं। वहीं देहरादून में बादल छाए रहे और दिनभर रुक-रुक कर बारिश होती रही।