नई दिल्ली। दिल्ली एनसीआर में जोरदार आंधी, तूफान और बारिश के बाद सोमवार को अंधेरा छा गया। दिन के समय ही शाम जैसा नजारा दिखाई देने लगा। हालांकि मौसम में बदलाव से दिल्लीवासियों को गर्मी से थोड़ी राहत जरूर मिली।
आंधी के कारण कई जगह पेड़ों के गिरने की भी खबर है, जिससे यातायात में परेशानी आई। बारिश-आंधी के कारण दिल्ली की जामा मस्जिद के मुख्य गुम्बद का ऊपरी पीतल का हिस्सा गिर गया।
कांग्रेस दफ्तर में भी कई पेड़ टूट गए हैं। कई इलाकों में गाड़ियों पर पेड़ गिरने की खबर है। कनॉट प्लेस, सेंट्रल दिल्ली में ज्यादा पेड़ गिरे। अशोक रोड पर डीटीसी बस और कारों पर पेड़ गिर गया।
तेजी से आए आंधी तूफान का असर ट्रैफिक पर भी देखा गया। लोधी रोड, रामकृष्ण आश्रम मार्ग पर आंधी-तूफान के साथ ही तेज बारिश भी हुई। तेज आंधी के कारण लोगों को वाहन चलाने में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। केरल में मानसून प्रवेश कर चुका है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, गुजरात और आस-पास के राज्यों में 25 जून तक और महाराष्ट्र एवं पश्चिम बंगाल में 10 जून तक मॉनसून के पहुंचने की संभावना है। मौसम विभाग ने अगले 5 दिन केरल में भारी बारिश होने की संभावना जताई है।
क्या बोले बुखारी : जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा कि मस्जिद की एक मीनार और अन्य हिस्सों से पत्थर टूटकर गिरने से दो लोग घायल हो गए। बुखारी ने कहा कि 'मुख्य गुंबद का कलश टूटकर गिर गया और नुकसान से बचने के लिए इसे तत्काल ठीक करने की जरूरत है।
मस्जिद के ढांचे के कुछ और पत्थर भी गिर गए। मैं भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की मदद से मस्जिद की तत्काल मरम्मत करने के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखूंगा।' दिल्ली वक्फ बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि एक टीम को जामा मस्जिद के निरीक्षण और नुकसान के आकलन के लिए भेजा गया है।