अमृतसर में नाश्ता, लाहौर में लंच और काबुल में डिनर, ऐसी थी मनमोहन सिंह की चाह

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शुक्रवार, 27 दिसंबर 2024 (18:16 IST)
Former Prime Minister Manmohan Singh passed away: पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी ने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह से जुड़ी यादें ताजा कीं। पूर्व वित्त मंत्री और दो बार प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह का बृहस्पतिवार को 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। शुक्रवार को एक साक्षात्कार में कसूरी ने कहा कि डॉ. सिंह को इतिहास में एक ऐसे व्यक्ति के रूप में याद किया जाएगा जो भारत-पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने के लिए प्रतिबद्ध थे। नवंबर 2002 से नवंबर 2007 तक पाकिस्तान के विदेश मंत्री रहे 83 वर्षीय कसूरी ने दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) के दायरे वाले पूरे क्षेत्र में सौहार्दपूर्ण माहौल बनाने का श्रेय सिंह को दिया।
 
और क्या कहा कसूरी ने : उन्होंने कहा कि इसका सबसे अच्छा उदाहरण सिंह का यह बयान है कि ‘वह उस दिन का इंतजार कर रहे हैं जब अमृतसर में नाश्ता, लाहौर में दोपहर का भोजन और काबुल में रात्रि भोजन करना संभव होगा।’ कसूरी ने कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि ऐसी प्रक्रिया का हिस्सा बने जिसमें दोनों देशों के बीच शांति वार्ता के दौरान अभूतपूर्व प्रगति हुई। ALSO READ: अमृतसर से था मनमोहन सिंह का विशेष रिश्ता, क्या कहते हैं लोग?
 
लोगों के बीच बढ़े थे संपर्क : उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में सिंह के कार्यकाल के दौरान लोगों के बीच संपर्क में जबरदस्त वृद्धि हुई, जिसके परिणामस्वरूप दोनों सरकारों के बीच आपसी विश्वास पैदा हुआ। कसूरी ने याद किया कि सिंह ने पाकिस्तान के पंजाब के चकवाल जिले में स्थित अपने जन्मस्थान गाह की यात्रा करने की तीव्र इच्छा व्यक्त की थी। पूर्व विदेश मंत्री ने कहा कि उन्होंने सिंह को आश्वासन दिया कि पाकिस्तान में उनका गर्मजोशी से स्वागत किया जाएगा।
कसूरी ने उम्मीद जताई कि दिवंगत प्रधानमंत्री की पत्नी गुरशरण कौर और उनके परिवार के अन्य सदस्य किसी दिन सिंह के जन्मस्थान का दौरा कर सकेंगे। कसूरी ने उनकी पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ-साथ भारत के लोगों के प्रति भी हार्दिक संवेदना व्यक्त की। ALSO READ: अपने पीछे कितनी संपत्ति छोड़ गए पूर्व पीएम मनमोहन सिंह?
 
चीन ने भी की मनमोहन की सराहना : चीन ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान दोनों देशों के बीच संबंधों के विकास मे ‘सकारात्मक योगदान’ दिया। इसने कहा कि उनके कार्यकाल में जटिल सीमा मुद्दे को सुलझाने के लिए दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार के लिए सिंह की विरासत पर एक सवाल के जवाब में कहा कि वह भारत के एक वरिष्ठ राजनेता और प्रसिद्ध अर्थशास्त्री थे तथा उन्होंने भारत-चीन संबंधों के विकास में सकारात्मक योगदान दिया था।
 
माओ ने कहा कि सिंह जब प्रधानमंत्री थे तो चीन और भारत ने शांति एवं समृद्धि के लिए रणनीतिक सहकारी साझेदारी की घोषणा की और भारत-चीन सीमा मुद्दे के समाधान के लिए राजनीतिक मापदंडों तथा मार्गदर्शक सिद्धांतों पर एक समझौता किया। उन्होंने कहा कि चीन सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करता है और भारत सरकार तथा भारतीय लोगों और सिंह के परिवार के प्रति संवदेना व्यक्त करता है। (भाषा/वेबदुनिया)
Edied by: Vrijendra Singh Jhala 

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