इन दिनों बुल्ली बाई ऐप काफी चर्चा में है, जिसके माध्यम मुस्लिम समुदाय की लड़कियों और महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है। हालांकि मुंबई पुलिस ने इस सिलसिले में एक इंजीनियर को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया है।
आरोप है कि सोशल मीडिया हैंडल से मुस्लिम महिलाओं एवं लड़कियों के फोटो डाउनलोड करके बुल्ली बाई ऐप पर डाला जाता है। जहां कथित तौर पर उनकी नीलामी की जाती है और उनके खिलाफ अभद्र टिप्पणियां की जाती हैं।
इस ऐप के माध्यम से महिलाओं को नीलामी के लिए उपलब्ध बताया जाता है। उनकी फोटो ऐप पर बिना उनकी अनुमति के डाली जाती हैं। बुल्ली बाई ऐप को गिटहब (Github API) पर होस्ट किया जाता है। इस मामले में दिल्ली के अलावा मुंबई में भी शिकायत दर्ज कराई गई है।
बुल्ली से पहले सुल्ली : यह पहला मौका नहीं है जब खास समुदाय की महिलाओं को निशाना बनाया गया है। इसी तरह का एक और मामला साल 2020 में सामने आया था। तब सुल्ली डील्स ऐप के माध्यम से मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाया गया था। इस ऐप के जरिए भी मुस्लिम महिलाओं को नीलाम किया जा रहा था।
इन दोनों ही ऐप्स का मकसद मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाना है। दोनों ऐप्स के नाम मुसलमानों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले आपत्तिजनक शब्द हैं। बताया जा रहा है कि ऐप पर कम से कम 100 प्रभावशाली मुसलमान महिलाओं की तस्वीरें नीलामी के लिए अपलोड की गई हैं, जिसे लेकर बड़ा विवाद पैदा हो गया है।
पत्रकार की शिकायत पर एफआईआर : दिल्ली पुलिस ने एक महिला पत्रकार की कथित रूप से छेड़छाड़ की गई तस्वीर को एक वेबसाइट पर अपलोड करने के मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पत्रकार ने ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई थी और शिकायत की प्रति ट्विटर पर साझा की थी।
पुलिस ने बताया कि मामला शनिवार रात दक्षिण-पूर्व जिले के साइबर पुलिस थाने में दर्ज किया गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मामला भारतीय दंड संहिता की धारा 509 (शब्द, भाव या कृत्य से किसी महिला की गरिमा का अपमान करना) और 354-ए (यौन उत्पीड़न और उत्पीड़न के लिए सजा) के तहत दर्ज किया गया है। पत्रकार का आरोप है कि अज्ञात लोगों का एक सूमह 'बुल्ली बाई' पोर्टल पर उन्हें निशाना बना रहा है।
शिकायत के मुताबिक, एक ऑनलाइन न्यूज पोर्टल में काम करने वाली महिला ने उन लोगों के खिलाफ तत्काल प्राथमिकी दर्ज करने और जांच शुरू करने का अनुरोध किया, जो सोशल मीडिया पर मुस्लिम महिलाओं को परेशान और अपमानित करने की कोशिश कर रहे हैं।
महिला पत्रकार ने शिकायत में कहा कि मैं आज सुबह यह जानकर चौंक गई कि वेबसाइट/पोर्टल बुल्लीबाईडॉटगिटहबडॉटआईओ (अब हटा दिया गया) में अनुचित, अस्वीकार्य और स्पष्ट रूप से भद्दे संदर्भ में मेरी छेड़छाड़ की गई एक तस्वीर थी। उन्होंने कहा कि मुझे लेकर किए गए उक्त ट्वीट के स्नैपशॉट (तस्वीर) के साथ-साथ अन्य ट्वीट के स्नैपशॉट भी मैं संलग्न कर रही हूं।
अपमानजनक है बुल्ली बाई शब्द : 'बुल्ली बाई' शब्द अपने आप में अपमानजनक है और इस वेबसाइट/पोर्टल की सामग्री का उद्देश्य स्पष्ट रूप से मुस्लिम महिलाओं का अपमान करना है क्योंकि अपमानजनक शब्द 'बुल्ली' विशेष रूप से मुस्लिम महिलाओं के लिए इस्तेमाल किया जाता है और पूरी वेबसाइट देखकर ऐसा लगता है कि यह मुस्लिम महिलाओं को शर्मिंदा करने और उनका अपमान करने के इरादे से डिजाइन की गई है।
महिला आयोग का पुलिस को समन : दिल्ली महिला आयोग ने बुल्ली बाई और सुल्ली डील ऐप पर आपत्तिजनक सामग्री से जुड़ी जांच के सिलसिले में दिल्ली पुलिस से इस सप्ताह के आखिर में उसके समक्ष पेश होने को कहा है।
दिल्ली महिला आयोग द्वारा सोमवार को जारी बयान के अनुसार, बिना सहमति के गिटहब ऐप पर कई मुसलमान महिलाओं की तस्वीरें अपलोड किए जाने के संबंध में मीडिया में आईं खबरों पर उसने स्वत: संज्ञान लिया है। आयोग ने दिल्ली पुलिस से उसके समक्ष पेश होने और सुल्ली डील तथा बुल्ली बाई मामलों में गिरफ्तार किए गए लोगों की सूची मांगी है।
आयोग ने कहा कि ऐसी खबरें हैं कि कुछ अज्ञात लोगों के समूह ने गिटहब का उपयोग कर एक ऐप पर सैकड़ों मुसलमान महिलाओं और लड़कियों की, छेड़छाड़ के जरिये तैयार तस्वीरें अपलोड की हैं और उन्हें बुल्ली डील ऑफ द डे करके साझा भी किया है।