Pradhan Mantri Surya Ghar Yojana : पीएम नरेंद्र मोदी की सूर्य घर योजना की इन दिनों खूब चर्चा है। हर कोई इस योजना में दिलचस्पी ले रहा है। ऐसे में जानते हैं आखिर क्या है पीएम सूर्य योजना और कैसे महज ढाई साल में इसमें लगाई गई लागत वसूल हो सकती है। जानिए पीएम सूर्य योजना के बारे में कुछ खास बातें।
कितनी सब्सिडी मिलेगी : प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना (Pradhan Mantri Surya Ghar Yojana) के तहत 3 KW तक के रूफटॉप सोलर प्लांट (Rooftop Solar Plant) के लिए 78,000 रुपए की सब्सिडी मिलेगी। इससे लोग अपनी लागत को सिर्फ ढाई साल से कम समय में रिकवर कर सकेंगे। 52,000 रुपए प्रति किलोवॉट की कैपिटल कॉस्ट के आकलन को लें तो 3 किलोवॉट प्लांट के इंस्टॉलेशन की लागत 1.57 लाख रुपए होगी।
कैसे होगी कमाई : अगर 78,000 रुपए की सब्सिडी दी जाती है तो ग्राहकों को बाकी 79,000 रुपए का भुगतान अपनी जेब से करना होगा। 3 किलोवॉट का सोलर प्लांट औसतन करीब 360 यूनिट्स बिजली का उत्पादन करते हैं। हर महीने 300 यूनिट की मुफ्त बिजली के साथ ग्राहक बाकी 60 यूनिट्स ग्रिड पर बेचेगा, जिससे वो हर महीने 480 रुपए या सालाना 5,760 रुपए की कमाई करेगा।
होगी अतिरिक्त कमाई : अगर कोई व्यक्ति उत्पादन की गई पूरी पावर (360 यूनिट्स) को बेच देता है तो ग्राहक 2,880 रुपए प्रति महीने या सालाना 34,560 रुपए की अतिरिक्त कमाई कर सकता है। इस दर पर 79,000 रुपए के निवेश को 2.5 साल में रिकवर किया जा सकेगा।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ : अगर हम ये मानें कि ग्राहक प्लांट को इंस्टॉल करने के लिए 10% की ब्याज दर पर 79,000 रुपए का लोन लेता है तो इंस्टॉलेशन कॉस्ट 1 लाख रुपए तक जाएगी। एलारा सिक्योरिटीज में सानियर पावर एनालिस्ट और वाइस प्रेसिडेंट रूपेश संखे ने कहा कि इसमें पेबैक पीरियड बढ़कर तीन साल तक हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि अगर उन्हें 8 रुपए प्रति यूनिट सेलिंग प्राइस मिलता है तो हमें इस स्कीम में अच्छा रिस्पॉन्स मिलने की उम्मीद है।
इस स्कीम का सबसे पहले ऐलान 22 जनवरी को PM सूर्योदय योजना के नाम से किया गया था। इसका मकसद 1 करोड़ घरों तक रूफटॉप सोलर फैसिलिटी देना है। 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया था कि 1 करोड़ परिवार 300 यूनिट्स तक की मुफ्त बिजली तक का फायदा उठा सकेंगे।
Edited by Navin Rangiyal